मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस और गांधी परिवार पर हमला बोला है. सीएमए ने कहा कि वह भी एक स्वतंत्रता सेनानी हैं, जब किसी पर सत्ता का जुनून सवार होता है तो वह सब कुछ भूल जाता है। आपातकाल के दौरान यही हुआ, अपने आप को बनाकर रखने के लिए संविधान का गला घोंटा गया। ये सब अंग्रेजों और मुगलों की तरह किया गया. सीएम शिवराज ने कहा कि एक परिवार को सत्ता में रहना है. जब इंदिराजी को लगा कि फैसला उनके खिलाफ है तो उन्होंने सत्ता में बने रहने के लिए लोकतंत्र को नष्ट कर दिया। सीएम शिवराज ने यह बात आज सीएम हाउस में डेमोक्रेटिक फाइटर मिसबंदी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही.
मुख्यमंत्री ने कहा हिम्मत के कारण जुटे रहे,लट्ठ पड़ते रहे, बच्चों के भूखे मरने की नौबत आ गई। कांग्रेस को दया नहीं आयी। आपने देश की आज़ादी की लड़ाई लड़ी।15 महीने के लिए आए थे तो हम पर हमला किया। सीएम ने कहा कि सम्मान वो सबसे पहले छीनते है, एक परिवार को खुश करना इनका लक्ष्य है। जिनको लोकतंत्र से कोई मतलब नहीं , इनसे दूर रहना है, ये झूठ बोलकर सत्ता में आना चाहते है। सीएम ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि कांग्रेस को कभी सत्ता में नहीं आने देने का संकल्प लेना है, ये लोकतंत्र के नहीं है।
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सीएम शिवराज ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि आज लोग विदेश जाकर देश की आलोचना करते हैं, पीएम की आलोचना करते हैं. मैं पूछना चाहता हूं, मोदी जी ने देश का मान बढ़ाया, आपने क्या किया, आपके परिवार ने सत्ता में रहते हुए क्या किया। इस बीच, सीएम ने कहा कि वह हबीबगंज पुलिस स्टेशन में रात भर रहे, आज नए पुलिस स्टेशन का उद्घाटन किया । जब मुझे पीटा जा रहा था तो मेरे मुंह से निकला- मत मारो, हमारी सरकार भी आ जायेगी. तभी वहां मौजूद एक अधिकारी ने कहा, क्या आपकी संघियों की सरकार आएगी? बोतले है जब आएगी तो मैं इस्तीफा दे दूंगा. सीएम ने कहा कि बाद में वह अधिकारी मुझसे मिले और माफी भी मांगी.
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मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा
इसके साथ ही कार्यक्रम के दौरान मंत्री इंदरसिंह परमार ने कांग्रेस पर भी हमला बोला और कहा- वह दिन लोकतंत्र में काला दिन था. इंदिरा गांधी ने इस देश के लोकतंत्र को खत्म करने की कोशिश की. ये लोकतंत्र की हत्या नहीं थी, इंदिरा गांधी नहीं चाहती थीं कि देश का मुखिया आगे बढ़े, पूरे देश में अत्याचार हो रहे थे. लोगों पर अत्याचार किया गया. इंदिरा गांधी ने मेसन को नुकसान पहुंचाने का काम किया. मंत्री ने कहा कि आपकी वजह से आज हमारा विचार दुनिया का सबसे शक्तिशाली विचार बन गया है, इसलिए भारत की ताकत बढ़ी है. हेडगेवार और श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देश की सत्ता की जो यात्रा शुरू की, वह आज भी जारी है.
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सीएम शिवराज ने मीसाबंदियों के कार्यक्रम की ये बड़ी घोषणाएं
- मीसाबंदियों की पेंशन को बढ़ाकर 30 हज़ार करने की घोषणा, पहले मिलती थी 25000 हज़ार की राशि।
- -जिन्हें 5 हज़ार सम्मान निधि मिलती थी उन्हें अब 8 हज़ार सम्मान निधि मिलेगी ।
- -दिवंगत सेनानियों के परिवार को दी जाने वाली निधि 8 हज़ार से बढ़कर 10 हज़ार किया जाएगा।
- -जो शेष हैं मीसाबंदी उन्हें ताम्रपत्र से 15 अगस्त को किया जाएगा सम्मानित।
- नई दिल्ली के मप्र भवन में उनके लिए स्वतंत्र संग्राम सेनानियों की तरह होगी रुकने की व्यवस्था।
- एमपी के सभी जिलों में विश्राम गृह में 2 दिन तक 50% शुल्क के साथ रुकने की होगी व्यवस्था।
- किसी भी तरह की बीमारी हुई तो संपूर्ण इलाज कराएगी मप्र सरकार।
- लोकतंत्र सेनानियों के परिचय पत्र एक बार और चर्चा कर के फाइनल किया जाए ताकि उन्हें कहीं आने जाने में न हो परेशनी।
- सरकारी ऑफिसों में भी दिए जाएंगे निर्देश सम्मानजनक व्यवहार किया जाए।
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