मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा नगर पोलायकला के नागरिकों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सके। इसी उद्देश्य को लेकर के जल संवर्धन योजना के तहत वर्ष 2021 में 23 करोड़ की योजना को स्वीकृति दी गई थी।
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परंतु इस माहिती योजना को अधिकारी ठेकेदार मिलकर पलीता लगाने में लगे हुए हैं। मध्यप्रदेश सरकार के द्वारा JEW जै वी आदित्य सुराना निजी कंपनी इन्दौर को वर्ष 2021मे टेंडर देकर स्वीकृति जारी कर दि गई थी। परंतु 2 वर्ष बीत जाने के बाद भी अधिकारी ठेकेदार की लापरवाही के कारण कार्य प्रारंभ नहीं हो सका। इससे यह साफ जाहिर होता है कि अधिकारी व ठेकेदार शासन की महती योजना को धरातल पर लाना ही नहीं चाहते हैं। और और कहीं ना कहीं यहां 23 करोड़ की योजना दम तोड़ती हुई दिखाई दे रही है । जबकि शासन के द्वारा वर्ष 2023 तक योजना को पूरा करके हर घर नल के माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया था। परंतु ठेकेदार अधिकारियों की लापरवाही के कारण नगर पोलायकला के नागरिकों को नर्मदा का पानी 2023 उपलब्ध नहीं हो पायेगा।
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विधायक ने कहा 10 दिन मे काम प्रारंभ नहीं हुआ तो मानसून सत्र में विधानसभा मुद्दा उठाऊंगा
कांग्रेस कालापीपल विधायक कुणाल चौधरी के द्वारा आरोप लगाते हुए कहा कि शासन के द्वारा मंच से घोषणा कि जाती है लेकिन अधिकारियों और ठेकेदारों को काम करने के लिए निर्देश नहीं दिए जाते हैं। इसी का नतीजा है कि आज मेरे विधानसभा क्षेत्र की नगर परिषद पोलायकला मे विगत 2 वर्षों से स्वीकृत 23 करोड़ की लागत से बनने वाले वाटर ट्रीटमेंट प्लांट निर्माण सहित पाइप लाइन का कार्य अधिकारी व ठेकेदार की मिलीभगत से नहीं हो पा रहा है। आज नगर परिषद में ठेकेदार व अधिकारियों को बुलाया गया था उन्हें फटकार लगाते हुए कहा कि कि अगर 10 दिन के अंदर कार्य प्रारंभ नहीं हुआ तो मानसून सत्र में यह मुद्दा विधानसभा में उठाऊंगा
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विधायक की फटकार के बाद में अधिकारियों ने किया स्थल निरीक्षण
सब्जी मंडी के समीप बनने वाले वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का स्थल निरीक्षण विधायक कुणाल चौधरी की फटकार के बाद में भोपाल से आए इंजीनियर विजय गुप्ता एम यूडी सी ने मौके पर पहुंचकर के अपनी पूरी टीम के साथ निरीक्षण किया परंतु सोचने वाली बात यहां है। कि आखिरकार अधिकारियों की नींद नेताओं की फटकार के बाद ही क्यों खुलती हैं ।जबकि आम आम नागरिकों को शासन के द्वारा सुविधा प्राप्त करने के लिए करोड़ों रुपए की योजनाएं बना करके संचलित करने का जुम्मा इन आला अधिकारियों पर रहता है। इसके बाद भी इन अधिकारियों को अपने कर्तव्य के प्रति चिंता नहीं रहती है इसका खामियाजा आम नागरिकों को भुगतना पड़ता है।
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विधायक कुणाल चौधरी कालापीपल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि नगर परिषद के सभा कक्ष में ठेकेदार अधिकारियों की बैठक ली गई थी 2 वर्षों से वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण का कार्य प्रारंभ नहीं किया गया इसी को लेकर दिशा निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद भी कार्य प्रारंभ नहीं किया गया तो विधानसभा में मुद्दा उठाऊंगा
वहीँ विजय गुप्ता इंजीनियर एमपी यूडी सी भोपाल का कहना है कि वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का स्थल निरीक्षण किया गया है शीघ्र ही कार्य प्रारंभ किया जाएगा
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