Highlights
- अकाउंटेंट , कंप्यूटर ऑपरेटर , और सहायक ग्रेड 3 को रंगे हाथ पकड़ा ।
- जिला पब्लिक नर्सिंग अधिकारी से मांगी थी रिश्वत।
- 30 हजार की रिश्वत लेते हुए पकड़ा।
- एरियर्स निकालने के एवज में मांगी रिश्वत।
- 9 सदस्यीय टीम ने की कार्यवाही।
नर्मदापुरम जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में आज लोकायुक्त की टीम ने कार्रवाई कर तीन कर्मचारियों को एक महिला कर्मचारी से रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। इनमें अकाउंटेंट, कंप्यूटर ऑपरेटर और सहायक ग्रेड 3 क्लर्क शामिल है। इन लोगों ने महिला से साढ़े सात लाख की राशि का भुगतान करने के एवज में 50 हजार रुपए की मांग की थी।
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लोकायुक्त इंस्पेक्टर आशीष भट्टाचार्य बताया कि इन लोगों ने महिला कर्मचारी से एरियर्स भुगतान के एवज में मांगी थी, 50 हजार की रिश्वत । पहली किश्त 30 हजार की देना तय हुआ था और शेष 20 हजार पैसा अकाउंट में आने के बाद देने की बात हुई थी। आज 30 हजार रिश्वत लेते हुए 3 कर्मचारियों को रंगे हाथ पकड़ा है। भोपाल लोकायुक्त की 9 सदस्यीय टीम ने डीएसपी वीके सिंग के नेतृत्व में सीएमएचओ कार्यालय नर्मदापुरम पहुंचकर यह कार्रवाई है। टीम में सब इंस्पेक्टर मनोज पटवा सहित हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल सहित 9 सदस्य शामिल हैं।
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लोकायुक्त इंस्पेक्टर आशीष भट्टाचार्य ने बताया कि कार्यालय में पदस्थ निर्मला खंडवाल ने लोकायुक्त में रिश्वत मांगे जाने की शिकायत की थी। शिकायतकर्ता ने बताया था कि समयमान वेतनमान का एरियर निकालने उनसे 50 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की गई है। तस्दीक करने पर शिकायत सही पायी गयी और कल निर्मला खंडवाल ने लोकायुक्त को बताया था कि आज पैसा देना तय हुआ है। लोकायुक्त की टीम ने यहां पदस्थ महेश मेवारी, सहायक ग्रेड-3 गजेन्द्र वर्मा और संतोष नगाइच को पकड़ा है। महेश मेवारी ने पैसा लेने संतोष नगाइच को कहा और नगाइच ने पैसा लेकर वर्मा को दिया और टीम ने रंगे हाथों पकड़ा है।
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