धार जिले के बदनावर तहसील के ग्राम बालोदा में ग्रामीणों ने एक अनूठी मिसाल पेश की है आपको बता दे कि अभी तक आपने इंसान की पगड़ी की रस्म देखी होगी।लेकिन ग्राम बालोदा में एक गौशाला में गाय की मौत के बाद उसका धूमधाम से शव यात्रा निकाल कर अंतिम संस्कार किया गया इतना ही नहीं आज हिंदू रीति रिवाज पगड़ी की रस्म भी की गई और 5 हजार लोगों का भंडारा भी रखा गया
आपको बता दे की ग्राम बालोदा में 2008 में शुरू की गई निर्मोही गौशाला में प्रथम गाय थी जिसका नाम ग्रामीणों ने कपिला रखा था उसकी मौत 16 जून को हो गई थी ग्रामीणों ने बैंड बाजो के साथ शव यात्रा निकालकर अंतिम संस्कार किया साथ ही तीसरे के दिन उसकी अस्थियों को हरिद्वार में विसर्जन भी किया गया और आज पगड़ी की रस्म की गई
गौशाला अध्यक्ष रमेश चंद्र परमार ने बताया कि महंत जगनदास जी की प्रेरणा से हमने गौ माता की पगड़ी का कार्यक्रम रखा उन्होंने कहा कि जो सनातन धर्म में गाय का जो महत्व मिलना चाहिए वह नहीं मिल रहा है इसलिेए कार्यक्रम रखा ताकि लोग गौ माता के प्रति जागरूक हो सके,