मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में एक दुखद घटना घटी, जहां एक मासूम बच्ची की खुले बोरवेल में गिरने से मौत हो गई। कई घंटों की रेस्क्यू ऑपरेशन के बावजूद, बच्ची को बचाया नहीं जा सका। इस घटना ने पूरे इलाके को शोक में डाल दिया है।
सिंगरौली जिले के एक गाँव में खेलते हुए एक चार साल की बच्ची अचानक एक खुले बोरवेल में गिर गई। घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने प्रशासन को सूचित किया और बचाव कार्य शुरू किया गया।
बच्ची को बचाने के लिए एक बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। प्रशासन, पुलिस और स्थानीय निवासियों ने मिलकर बचाव कार्य में सहयोग किया। जेसीबी मशीनों और अन्य उपकरणों की मदद से बोरवेल के आसपास खुदाई की गई।
रेस्क्यू टीम ने बोरवेल के अंदर ऑक्सीजन की आपूर्ति भी की और बच्ची से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन गहराई और संकरी जगह की वजह से प्रयासों को सफलता नहीं मिल सकी।
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान कई चुनौतियाँ सामने आईं:
बोरवेल की गहराई लगभग 100 फीट थी, जिससे बचाव कार्य और भी कठिन हो गया।
संकीर्णता: बोरवेल का व्यास बहुत संकीर्ण था, जिससे अंदर जाकर बचाव कार्य करना असंभव हो गया।
मिट्टी का धंसना: खुदाई के दौरान मिट्टी का धंसना भी एक बड़ी समस्या थी, जिससे बचाव कार्य में रुकावटें आईं
कई घंटों की मेहनत और संघर्ष के बाद भी रेस्क्यू टीम बच्ची को नहीं बचा सकी। बच्ची की मौत की खबर सुनते ही पूरे गाँव में मातम पसर गया। बच्ची के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा और स्थानीय निवासियों में गहरा शोक व्याप्त हो गया।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना के बाद प्रशासन ने दुख जताते हुए परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की। साथ ही, इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए खुले बोरवेलों को बंद करने के निर्देश दिए गए। प्रशासन ने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।
धर्मेंद्र साहू / सिंगरौली