जिला मुख्यालय उमरिया में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के समर्थकों और पुलिस के बीच हुई झड़प पूरे देश भर में सुर्खियां बटोरी थी उमरिया जिला पूरे देश भर में चर्चा में बना रहा.27 सितम्बर 2023 रानी दुर्गावती चौराहा उमरिया में हुए इस घटनाक्रम ने पूरे जिले वासियों को स्तब्ध करके रख दिया था.
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जिला मुख्यालय उमरिया में हुए इस झड़प के बाद दर्जनों की संख्या में पुलिसकर्मी घायल हुए थे.कुछ पुलिसकर्मी ऐसे भी हैं जो आज भी उसे झड़प का दंस झेल रहे हैं और पूरी तरीके से स्वस्थ नहीं हो पाए हैं. झड़प में एडिशनल एसपी प्रतिपाल सिंह महोबिया, रामकृष्ण साहू, मंजू शर्मा थाना प्रभारी चंदिया, अमर बहादुर सिंह सिविल चौकी प्रभारी, एसआई सत्यदेव यादव सहित करीब डेढ दर्जन अधिकारी-कर्मचारी घायल हो गए थे.उक्त झड़प मामले में कई दर्जन आरोपी सलाखों के पीछे पहुंचे थे.उन्हें में से एक नाम था राधेश्याम कड़िया का.जिस नाम में विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान भी काफी सुर्खियां तब बटोरी थी जब सूबे की पूर्व जनजातीय कार्य मंत्री मीना सिंह के खिलाफ मानपुर विधानसभा से जेल के अंदर से ही ताल ठोक दी थी. हालांकि चुनाव में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को उनकी उम्मीद के अनुसार मत प्राप्त नहीं हुए थे.
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जेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लगभग 10 माह तक उमरिया जेल में कैद राधेश्याम काकोड़िया की जमानत आज 30 जुलाई की देर शाम हो गई है. राधेश्याम काकोड़िया की जमानत के बाद समर्थकों में एक ओर जहां उत्साह का माहौल है वही सशर्त मिली जमानत के बाद उनके द्वारा सोशल मीडिया में पोस्ट किये जा रहे बैनर पोस्टर चर्चा का विषय बने हुए हैं.समर्थकों ने सोशल मीडिया में पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है-
जेल का ताला टूट गया,काकोड़िया भैया छूट गया…!!
मुझे गर्व है कि उन्होंने तानाशाही के खिलाफ आवाज बुलंद किया और झुकने के बजाय 10 माह जेल में काटना स्वीकार किया।
राधेश्याम काकोड़िया को परेशान कर सकतें हैं, पराजित नहीं।
https://x.com/jiya_pandram/status/1818320331922153646?t=YDg_CR6cAaMzmX65sJwBBQ&s=19