बांधवगढ़ टाईगर रिज़र्व में अब कुछ ही दिनों बात हाथी महोत्सव होना था,जिसमे साल भर बाद वन्यजीव प्रेमी काफी नजदीक से बांधवगढ़ टाईगर रिज़र्व के विभागीय हाथियो को नजदीक से देखते है लेकिन हाथी महोत्सव के कुछ दिन पूर्व ही वन्यजीव प्रेमियों को मायूस कर देनी वाली खबर आ गई।
दरअसल बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के परिक्षेत्र कलवाह के जनाड बीत में मौजूद विभागीय हाथियों के कैंप में 2 सितंबर की सुबह मादा हाथी लक्ष्मी मृत पाई गई। घटना की सूचना के बाद वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में लक्ष्मी का पीएम 3 वन्य प्राणी चिकित्सा दल के द्वारा किया गया। लक्ष्मी की मौत की सूचना मिलती ही वन्य जीव प्रेमियों के में मायूसी की लहर दौड़ गई।
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बीते की दिनों से कैंप का चक्कर लगा रहा था जंगली हाथी
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के वरिष्ठ अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार बीते कई दिनों से जंगली हाथी उक्त कैंप के चक्कर लगा रहा था, हालांकि जब जंगली हाथी आता था तो सामान्य तरीके से खड़ा रहता था और महावत के साथ भी अच्छे से पेश आता था साथ ही गौतम हाथी के परिवार के साथ भी वह घुल मिल रहा था।
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लक्ष्मी के आन्तरिक अंगो में लगी चोट
लेकिन शुक्रवार की रात जंगली हाथी अचानक हमलावर हो गया और 5 वर्षीय मादा हाथी लक्ष्मी को चोट पहुंचा दी साथ ही कैंप पर भी उसने काफी तोड़फोड़ की कैंप की फेंसिंग खिड़की को तोड़ दिए और हाथियों के लिए बने हौदे गड्ढे को भी नुकसान पहुंचा दिया। जंगली हाथी के हमले से माता हाथी लक्ष्मी के आंतरिक अंगों में गंभीर चोट लग गई और अधिक मात्रा में रक्त स्राव हो गया जिससे उसकी मौत हो गई, लक्ष्मी के पृष्ठ भाग में हाथी के दांत के निशान भी मिले हैं।
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क्यों किया हमला
वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट्स की अगर माने तो जंगली हाथी जब किसी हथिनी को पसंद कर लेते हैं तो उसे साथ में चलने का आग्रह करते हैं, साथ में चलने का आग्रह करने के लिए वह अपने दोनों बड़े-बड़े दांतों से हंसने को पीछे से धकेलते हुए ले जाने की कोशिश करते हैं,साथ ही जब गुस्से में भी किसी दूसरे हाथी पर हमला करते है तो ऐसे ही पीछे से अपने दांतों में वार करते है, हालांकि वाइल्डलाइफ एक्सपर्टस का कहना है कि लक्ष्मी की आयु महज अभी 5 वर्ष की थी और उसे वयस्क होने में लगभग 10 साल बाकी थे,इसलिए इस बात की सम्भवना न के बराबर है कि जंगली हाथी उसे साथ मे ले जाने की कोशिश कर रहा था।
हमले के दौरान पूरा कुनबा था मौजूद
माना जा रहा है कि किसी और बात से नाराज होकर के जंगली हाथी ने कैंप में उत्पाद मचाया है इस दौरान उसकी नजरों के सामने लक्ष्मी आ गई तो उसने लक्ष्मी को भी मारकर घायल कर दिया। हालांकि जब वह लक्ष्मी को चोट पहुंचा रहा था उसे समय कैंप में लक्ष्मी के पिता गौतम उसकी मां अनारकली और लक्ष्मी की छोटी बहन गायत्री भी मौजूद थी।
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