Bandhavgarh : साल 2022 में उमरिया जिले के लिए ऐतिहासिक रूप से उपलब्धि वाला रहा। यह खुशी व गौरवान्वित करने वाला क्षण बांधवगढ़ के जंगलों से आया। भारतीय पुरातत्व विभाग (एएसआई) ने बताया बांधवगढ़ में नौवीं सदी की प्राचीन मूर्तियां, कलाकृति व धार्मिक स्थल पाए गए हैं। ये दो हजार साल पुरानी आकी गई हैं। एएसआई द्वारा इन्हें संरक्षित कर वन्यप्राणियों के बीच सैलानियों को एतिहासिक धरोहरों से रूबरू कराने की कार्ययोजना है।
एसआई द्वारा सितंबर माह में सार्वजनिक की गई जानकारी में बताया गया है कि जंगल के बीच २६ गुफाएं मिली हैं। ये बौद्ध धर्म के समय की हैं। गुफाओं में अंकित लिपि ब्राहृाी है। इनके अलावा २६ प्राचीन मंदिर हैं। ये भगवान विष्णु की शयन मुद्रा सहित वराह की प्रतिमा शामिल हैं।
यही नहीं सर्वेक्षण में मुगलकाली व शक शासन के समय के सिक्के भी मिले हैं। बता दें कि बांधवगढ़ को लेकर किवदंति है कि भगवान राम अयोध्या से लौटते समय अपने भाई लक्ष्मण को यह क्षेत्र उपहार में दिया था। इसके पूर्व बांधवगढ़ अपनी वाइल्ड लाइफ व प्रकृति सुुंदरता के लिए विश्व प्रसिद्ध हैं।