Lokayukt Karyawhai : मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार के मामले रुकने का नाम ही नहीं ले रहे हैं.आए दिन होने वाली लोकायुक्त कार्रवाइयों की बावजूद भी भ्रष्टाचार अधिकारी खुलेआम रिश्वत लेते हुए प्रतिदिन मध्य प्रदेश में कहीं ना कहीं कोई अधिकारी गिरफ्तार हो रहे हैं.ताजा मामला मध्य प्रदेश के सागर जिले का है जहां एक कृषि अधिकारी को लोकायुक्त पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.बताया जा रहा है कि सब का 30 जून को रिटायरमेंट था.रिटायरमेंट के मात्र दो से तीन दिन पहले सब पर हुई कार्रवाई सेपूर्व विभाग शक्ति में है.
SADO द्वारा मांगे गए थे 50 हजार
सागर जिले में कृषि विभाग में SADO के पद पर पदस्थ एक अधिकारी संतोष कुमार जैन को लोकायुक्त की टीम ने 50 हजार की रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। बता दें कि महज 3 दिन बाद अधिकारी संतोष जैन का रिटायरमेंट होने वाला था। आवेदक सुनील कुमार जैन के अनुसार उनकी दुकान के लाइसेंस रिन्यूअल, पीसी सर्टिफिकेट जोड़ने और मक्का सैंपल रिपोर्ट में मदद करने के बदले में उनसे SADO द्वारा 50 हजार की मांग की गई थी, इनमें से 10 हजार रुपए आवेदक पहले ही दे चुका था। आवेदक की शिकायत पर भोपाल से आई लोकायुक्त टीम के साथ सागर लोकायुक्त की टीम की संयुक्त कार्यवाही में अधिकारी को ट्रैप किया गया है।
दुकान के लाइसेंस रिन्यूअल के लिए मांगी थी रिश्वत
सागर से एक बड़ी और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी SADO संतोष कुमार जैन को लोकायुक्त पुलिस ने 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है।गौर तलब है कि आरोपी अधिकारी का आने वाले सोमवार को रिटायरमेंट होने वाला था। लेकिन उससे पहले ही वह भ्रष्टाचार के जाल में फंस गया। दरअसल आवेदक सुनील कुमार जैन, ग्राम बिल्हरा निवासी, सागर की बड़ी सब्जी मंडी में “कृषक खुशहाली” नाम से कृषि दवा की दुकान चलाते हैं। इस दुकान के लाइसेंस रिन्यूअल, पीसी सर्टिफिकेट जोड़ने और मक्का सैंपल रिपोर्ट में मदद करने के बदले SADO ने रिश्वत की मांग की थी।
शिकायत के बाद हुई कार्यवाही
इस पर आवेदक ने लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई। लोकायुक्त एसपी योगेश्वर शर्मा के निर्देशन में निरीक्षक के पी एस बेन और डीएसपी संजय जैन के नेतृत्व में शनिवार को जाल बिछाया गया। जैसे ही आरोपी ने आवेदक से 50,000 रुपये लिए टीम ने सबूतों के साथ उसे रंगे हांथ पकड़ लिया।आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई की गई है।