लोकायुक्त कार्यवाही : 30 हजार की रिश्वत लेते फूड इंस्पेक्टर रंगेहाथ हुआ गिरफ्तार

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जिले में दर्जनों बाबू, पटवारी अधिकारी रिश्वत लेते पकड़े गए। लेकिन उसके बाद भी उस अधिकारी-कर्मचारी के रुतबे में कमी नहीं आती। ज्यादातर अधिकारी-कर्मचारी पकड़े जाने के बाद भी शिकायतकर्ता राजकुमार बर्मन ने बताया की मेरी पत्नी रमा बर्मन सपना स्व सहायता समूह की अध्यक्ष हैं, मेरी पत्नी को जानकरी मिली की स्वसहायता समूह के माध्यम से आवेदन करने पर गल्ल्ला वितरण का काम मिल सकता है. हमने आवेदन ऑनलाइन कर दिया,लेकिन जब फूड इंस्पेक्टर के पद पर पदस्थ संतोष नन्दनबार से बात हुई तो उन्होंने कहा की आवेदन की स्वीकृति के लिए पैसे लगेगे आपको ५०००० रुपए देने होंगे,मैंने कहा सर मै इतना नही कर पाउगा कम से कम में कर दीजिए जितना हो जाए तो आखिरी में हमारी 30000 में बात हुई,फिर मैंने इसकी शिकायत लोकायुक्त जबलपुर को की.

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स्वप्निल दास लोकायुक्त निरीक्षक ने जानकरी देते हुए बताया की दिनांक 16 मार्च 2023 को प्रार्थी राजकुमार बर्मन लोकायुक्त कार्यालय जबलपुर आकर शिकायत किए की मेरी पत्नी ने खाद्य विभाग में गल्ला दुकान के लिए आवेदन की थी और उसने आगे बताया की जिस गाँव में राशन दुकान नही है उस गाँव में स्व सहायता समूह के माध्यम से गल्ला वितरण का काम किया जा सकता है लेकिन मेरे आवेदन को स्वीकृत करने के लिए फूड इंस्पेक्टर के पद पर पदस्थ संतोष नन्दनबार द्वारा 50000 रूपए की रिश्वत मांगी गई थी लेकिन वो अब 30000  काम कराने की बात कह रहे हैं,शिकायतकर्ता की शिकायत की पुष्टि के लिए रिकॉर्डिंग डिवाइस शिकायतकर्ता को दी गई और शिकायत की पुष्टि उपरांत आज कार्यवाही की गई है और आरोपी फूड इंस्पेक्टर संतोष नन्दनबार को तीस हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है.

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Artical by आदित्य

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