Youtube में वीडियो देखकर बना रहा था पटाखा बन्दूक देखते ही देखते हो गई मौत  - खबरीलाल.नेट
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Youtube में वीडियो देखकर बना रहा था पटाखा बन्दूक देखते ही देखते हो गई मौत 

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Youtube में वीडियो देखकर बना रहा था पटाखा बन्दूक देखते ही देखते हो गई मौत 
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मोबाइल बच्चों के लिए कितना घातक है…इसका जीता जागता उदाहरण देवास जिले के बागली  तहसील में आने वाले ग्राम सीवनपानी में देखने को मिला.. जहां एक 15 वर्षीय लड़के ने…पहले तो यूट्यूब से.. बारूद से चलने वाली पटाखे की बंदूक बनाना सिखा… पटाखे की बंदूक ने कैसे.. इस बच्चों की जान ले ली.. यह हैरान कर देने वाला खुलासा पोस्टमार्टम के दौरान हुआ… कैसे ली ₹10 के सिक्के ने एक बच्चे की जान…

एक 15 वर्षीय मासूम विजय…इस दुनिया से रुखसत हो गया… इसका कसूर  बस इतना था कि उसने यूट्यूब पर एक वीडियो देखी.. जिसमें पटाखे वाली बंदूक बनाने की तरकीब दिखाई जा रही थी…बस वह वीडियो देखता गया और… वीडियो के हिसाब से बंदूक को बनाने लगा… पहले उसने एक लकड़ी.. के ऊपर… एल्युमिनियम के पाइप को बांधा… उसके बाद उसने सुतली बम के बारूद को निकाल कर उस एल्युमिनियम के पाइप में आगे के साइड …में भर दिया…उसके बाद एल्युमिनियम के पाइप में पीछे की तरफ एक ₹10 का सिक्का फसा दिया… और बारूद में आग लगा दी… 

बस यही मौत की वजह बन गई… जैसे ही बारुद फटा… प्रेशर से ₹10 का सिक्का… मासूम विजय के गले में… घुस गया…मासूम विजय के गले से खून बह रहा था… आसपास परिजनों ने उसे देखा..परिजनों और आसपास के…लोगों को कुछ समझ में नहीं आ रहा था.. आखिरकार गर्दन से खून कैसे बह रहा है… आनन फ़ानन में घायल अवस्था में मासूम को.. तत्काल उपचार के लिए बागली में स्थित अस्पताल लेकर पहुचे तो वहाँ मौजूद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.

मासूम विजय की मौत की पहेली बनी हुई थी.. आखिरकार गले में से खून निकला और अचानक कैसे मौत हो गई…यह बात किसी को गले नहीं उतर रही थी… कि… अचानक मासूम विजय खेलते खेलते कैसे मौत की नींद सो गया..मौत की पहली उस समय उजागर हुई जब इसका पोस्टमार्टम किया गया… पोस्टमार्टम में साफ हुआ.. ₹10 का सिक्का था वह गले में फंस कर रह गया था.. गले का एक्सरे भी करवाया..जिससे और भी स्पष्ट रूप से मौत का कारण उजागर हो गया… फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है…

सोशल मीडिया जितना ज्ञान का मंच है उतना ही है खतरनाक भी है… आए दिन ऐसे मामले सामने आते हैं.. फिर भी हम बच्चों को… मोबाइल देकर अपने आप को निश्चित महसूस करते हैं… बल्कि पेरेंट्स को बच्चों को मोबाइल देते समय सावधानी भी रखना जरूरी है..और नजर भी… नजर इसलिए कि बच्चे कहीं… गलत दिशा में ज्ञान प्राप्त तो नहीं कर रहे..

देवास
Sub Editor

मैं पिछले 5 शाल से ज्यादा समय से Content Writing कर रहा हूँ। मैंने Bcom से Graduation किया है। मुझे Automobile और Tech मे ज्यादा इंट्रेस्ट है इसीलिए मैं इन पर लिखना ज्यादा पसंद करता हूँ।
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