जंगल में बाघ की मिली सिर कटी लाश तंत्र-मंत्र क्रिया के लिए बाघ का सिर काट कर ले गए शिकारी

टाइगर स्टेट मध्यप्रदेश में बाघ का शिकार रुकने का नाम ही नहीं ले रहे है कभी बाघ के अंगो की तस्करी करने तो कभी तंत्र मन्त्र की क्रिया के नाम पर शिकार बाघ के शिकार को अंजाम दे रहे है ऐसा ही एक ताजा मामला नर्मदापुरम से आया है जहा शिकारियों ने सतपुड़ा टाइगर रिजर्व (एसटीआर) के कोर  क्षेत्र में घुसकर बाघ का शिकार किया है यही नही  वे बाघ का सिर भी काटकर अपने साथ ले गये। एसटीआर की चूरना रेंज के डबरा देव बीट में 26 जून को बाघ का शव क्षत-विक्षत हालत में मिला था। लेकिन मौके से उसकी गर्दन नहीं मिली. वह कैसे मरा? तीन दिन तक अधिकारी कारण बताने से इनकार करते रहे। तंत्र-मंत्र क्रिया के लिए बाघ का सिर काटने की आशंका है.

यह भी पढ़ें : चम्पावत की आदमखोर बाघिन जिसने 400  से ज्यादा लोगो को उतारा था मौत के घाट

बाघ के शिकार की पुष्टि के बाद अब सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में सुरक्षा को लेकर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं. से कहा चूक हो गई,शिकारी एसटीआर के कोर एरिया में घुसकर बाघों का शिकार करने से कैसे बच निकले? क्या एसटीआर की पेट्रोलिंग टीम हर दिन गश्त नहीं कर रही थी, जिसे पांचवें दिन बाघ का शव मिला।

यह भी पढ़ें : शिकारी खुद हो गया शिकार

Source : By Social Media

यह भी पढ़ें : Bandhavgarh : शिकार के लिए तेंदुए और बाघिन के बीच हुआ संघर्ष, तेंदुए की हुई मौत

5 दिन तक बाघ का सिर तलाशता रहा प्रबंघन

सोमवार 26 जून को चूरना रेंज की डबरादेव बीट में गश्ती दल को बाघ का क्षत-विक्षत शव मिला था. सूचना मिलते ही एसटीआर के तमाम वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए। लाश करीब 5-7 दिन पुरानी थी. डॉग स्क्वायड की मदद से इलाके की तलाशी ली गई, आसपास तलाशी लेने पर मौत से जुड़ा कोई सबूत नहीं मिला। फील्ड डायरेक्टर, डिप्टी डायरेक्टर और एनटीसीए प्रतिनिधि की उपस्थिति में वन्यजीव चिकित्सा टीम द्वारा एनटीसीए प्रोटोकॉल के अनुसार बाघ का पोस्टमार्टम किया गया। बाघ इस क्षेत्र में काफी समय से अपना टेरिटोरियल क्षेत्र  बनाकर रह रहा था। पोस्टमार्टम के दौरान बाघ के अंगों को एकत्र किया गया, जिसके बाद बाघ के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

यह भी पढ़ें : Umaria Crime : लोहे की सब्बल से ताबड़तोड़ वार कर महिला को उतारा मौत के घाट

5 महीने पहले बैतूल और छिंदवाड़ा से पकड़े गए थे शिकारी

कुछ माह पहले भी एसटीआर में एक बाघ की मौत हो गई थी। 5 महीने पहले इन शिकारियों को एसटीआर और एसटीएफ ने बैतूल और छिंदवाड़ा से पकड़ा था। जिसके पास से बाघ की खाल बरामद की गई. शिकारियों में एक शिक्षक भी था।

यह भी पढ़ें : स्कूल संचालकों को कलेक्टर की दो टूक ड्रेस एवं पाठ्य पुस्तकें किसी विशेष दुकान से क्रय करने के लिए नही बनाएं दवाब

लापरवाहो पर होगी कार्यवाही

एसटीआर क्षेत्र संचालक एल कृष्णमूर्ति, उप संचालक संदीप फेलोज ने बताया कि मामला बाघ के शिकार का है। बाघ का सिर धड़ से अलग हो गया है. एसटीएफ ने घटनास्थल का निरीक्षण कर जांच शुरू कर दी है। एसटीआर से लगे भातना सहित कई गांवों में सर्चिंग जारी है। कुछ संदिग्धों से पूछताछ भी की जा रही है. अगर किसी की लापरवाही पाई गई तो हम कार्रवाई करेंगे।

यह भी पढ़ें : Ladli Behna New Rejected List: रिजेक्टेड लिस्ट में है नाम तो नही मिलेगा दूसरी क़िस्त का पैसा फटाफट इस तरह चेक करिए अपना नाम

Article By : Aditya Kumar

ऐसी और जानकारी सबसे पहले पाने के लिए हमसे जुड़े

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Exit mobile version