आधा दर्जन मृत चीतल को वाहन में ले जाने का वीडियो हुआ वायरल | Bandhagarh
सोशल मीडिया में वायरल एक वीडियो ने सनसनी मचा कर रख दी है। दरअसल एक वीडियो में देखा जा रहा है कि वन विभाग के वाहन में आधा दर्जन के आसपास मृत चीतल पड़े हुए हैं। और वाहन में बैठे हुए लोगो के द्वारा आपस मे बातचीत की है रही है। बातचीत का अंश सुनने में उनके बीच संवाद यह हो रहा है कि
पहला व्यक्ति : ******* गाली देता है।
दूसरा व्यक्ति : गाली क्यों दें रहे हो
पहला व्यक्ति : अरे रिकॉर्डिंग मत करो
दूसरा व्यक्ति : अरे फोटो नहीं रिकॉर्डिंग करूंगा
आगे दूसरा व्यक्ति बोलता है
चीतल…. भोजन व्यवस्था…. बड़ी दिक्कत जाता है भोजन व्यवस्था करने में 3 रात में एक बार मिला….
देखिए वायरल वीडियो
आधा दर्जन मृत चीतल को वाहन में ले जाने का वीडियो हुआ वायरल@CMMadhyaPradesh @DrMohanYadav51 pic.twitter.com/z8lUAtRgvG
— Khabarilal (खबरीलाल) (@khabarilalg) September 1, 2024
लगभग 24 सेकंड के इस वीडियो को लेकर ताला निवासी कमलेश यादव के द्वारा उक्त मामले की शिकायत NTCA सहित PCCF वाइल्डलाइफ भोपाल को भी की गई है। यह शिकायत 27 जुलाई 2024 को भेजी गई थी। वही शिकायती पत्र प्राप्त होने के बाद में PCCF वाइल्डलाइफ सौरभ कुमार काबरा के द्वारा क्षेत्र संचालक बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व को वायरल वीडियो के संबंध में जांच और कार्रवाई का आदेश दिया गया है।
शिकायतकर्ता कमलेश यादव की माने तो उक्त वीडियो बांधवगढ़ टाईगर रिज़र्व के मगधी कोर ज़ोन का बताया जा है।वीडियो मार्च 2024 का है और उसी महीने यह वायरल हुआ है।
कैसे हुआ वीडियो वायरल
दरअसल मार्च 2024 के आसपास बांधों का टाइगर रिजर्व की बड़ी संख्या में कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर के कलेक्ट्रेट कार्यालय उमरिया के सामने धरने पर बैठे हुए थे। उसी समय के आसपास यह वीडियो वायरल हुआ है। ऐसे दावे किए जा रहे हैं।
हालांकि उक्त मामले को लेकर जब उप संचालक बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनसे बातचीत नहीं हो पाई।
वहीं प्रभारी क्षेत्र संचालक लखन लाल उइके से जब उक्त मामले में जानकारी चाहिए गई तो उन्होंने कहा कि वीडियो फर्जी है। हालांकि उक्त मामले में अभी जांच नहीं हो पाई है। उन्होंने आगे कहा अभी हमें PCCF वाइल्डलाइफ भोपाल द्वारा जारी पत्र अभी प्राप्त नहीं हो पाया है।
वीडियो में जिस तरह की बातचीत दो संदिग्ध व्यक्तियों के बीच हो रही है इससे प्रथम दृष्टया यह तो साबित हो ही रहा है कि मृत या अचेत चीतल जिनका परिवहन किया जा रहा है। वह शंका की घेरे में है।जांच के बाद ही उक्त मामले से पर्दा उठ पाएगा।
वाइल्डलाइफ प्रोटक्शन एक्ट को लेकर के विभाग की संजीदगी इसी बात पर दिख रही है कि PCCF वाइल्डलाइफ भोपाल ने क्षेत्र संचालक बांधवगढ़ टाईगर रिज़र्व को पत्र लिखकर अपना पल्ला झाड़ लिया है।