Khabrilal : मध्यप्रदेश में आदिवासी जननायक बिरसामुण्डा के जन्म दिवस पर आदिवासी समाज के अधिकारों के संरक्षण और संवर्द्धन के लिए मुख्यमंत्री Shivraj Singh Chauhan द्वारा PESA act लागू किया गया है। वही मुख्यमंत्री की घोषणा के ईतर मध्यप्रदेश में भू माफियाओं के हौसले इतने बुलन्द है कि 200 साल पुराने पेड़ ही काट दिए।
क्या है पूरा मामला :
दरअसल रायसेन जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर ग्राम भरदा चन्दोरा में बिना अनुमति के दर्जनों पेड़ काट दिए गए हैं। यहां लगभग 200 साल पुराने पीपल और बरगद के पेड़ को भी काटा गया है। यहां कई साल पुराने नाले का भी रुख बदलने के लिए नाले के किनारे लगे पेड़ों को भी काटकर नाले में डाल दिया गया है। जिला प्रशासन ने राजस्व और फारेस्ट विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई है। एडिशनल कलेक्टर आदित्य रिछारिया ने मौके का मुआयना करने के बाद बताया की मामले की पूरी जांच की जा रही है। इसके लिए बन और राजस्व की टीम मौके पर जांच कर रही हैं। यहां कुछ आदिवासियों की जमीन बिकने का मामला भी सामने आ रहा है। उसकी भी जांच की जा रही है। यही नहीं यहां प्राचीन एक मंदिर तक जाने का रास्ता भी बंद कर दिया गया है। जिससे स्थानीय ग्रामीण परेशान है। एक और सरकार जहां आदिवासियों के उत्थान के लिए नई नई योजनाएं ला रही है वही जमीनी हकीकत जाएगी कई जगहों पर आज भी उन्हें उनकी जगह से बेदखल कर बेरोजगार किया जा रहा है।
जागा जिला प्रशासन :
मामला बिगड़ने के बाद आज रायसेन कलेक्टर अरविंद दुबे ने एडीएम रायसेन आदित्य रिछारिया के नेतृत्व में राजस्व एवं वन विभाग की संयुक्त टीम बनाकर मौके पर जांच के लिए एक दल को भेजा। जांच दल ने बिना अनुमति के अवैध रूप से काटे गए प्राचीन पेड़ों के अवशेषों को जप्त कर मामले की जांच शुरू कर दी है। वीडियो रायसेन मैं ऑक्सीजन देने वाले इन पेड़ों की कार्बन मैपिंग करा कर इनके वैल्यू का आकलन कराने का आश्वासन दिया है। जिसके बाद भू माफियाओं पर केस बनाकर जुर्माना लगाया जाएगा। वही आदिवासियों की जमीन दीगर समाज के लोगों ने कैसे खरीद ली इसकी भी जांच रायसेन कलेक्टर द्वारा कराई जा रही हैं