सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे आवेदन, प्रशासनिक हलकों में हड़कंप – हमारा चैनल नहीं करता पुष्टि
दमोह: कटनी पुलिस अधीक्षक (SP) अभिजीत कुमार रंजन पर गंभीर आरोप लगने के बाद मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कटनी सीएसपी श्रीमती ख्याति मिश्रा के पति डॉ. शैलेन्द्र बिहारी शर्मा, जो वर्तमान में तहसीलदार एवं कार्यपालिक मजिस्ट्रेट दमोह के पद पर कार्यरत हैं, ने अपने और अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर दमोह पुलिस अधीक्षक (SP) से भी गुहार लगाई थी। इस पूरे मामले से जुड़े कई आवेदन सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। हमारा चैनल इन आवेदनों की पुष्टि नहीं करता है, लेकिन मामले ने प्रशासनिक हलकों में हलचल जरूर मचा दी है।
दमोह एसपी का बयान: मामला हमारे कार्यक्षेत्र से बाहर
दमोह पुलिस अधीक्षक श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने इस मामले में बयान देते हुए कहा मेरे पास उनके वकील का पत्र प्राप्त हुआ है। अवलोकन के पश्चात मुझे ऐसा लगता है कि यह मामला हमारे कार्यक्षेत्र के बाहर का है। हम इस पत्र में उनका जो भी कानूनी पक्ष बनता है, उसे लिखकर वापस करेंगे। इस मामले में यदि कोई कार्रवाई होगी, तो वह कटनी में या उनके वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सुनिश्चित की जाएगी। पुलिस की तरफ से यहाँ दमोह में कोई कार्रवाई अपेक्षित नहीं है, इसलिए पत्र को वापस किया जा रहा है।”
कलेक्टर दमोह ने दी सफाई: तहसीलदार शर्मा ड्यूटी से गायब नहीं
इस पूरे विवाद के बीच तहसीलदार डॉ. शैलेन्द्र बिहारी शर्मा के ड्यूटी से गैरहाजिर रहने की खबरें भी सामने आ रही थीं। इस पर दमोह कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने स्पष्ट किया कि तहसीलदार शर्मा ने विधिवत अवकाश लिया था और वह बिना अनुमति के अनुपस्थित नहीं हैं। उन्होंने कहा: इस विषय में मैं अभी कुछ कहने की स्थिति में नहीं हूँ क्योंकि यह उनका व्यक्तिगत विषय है। लेकिन मैं यह जरूर स्पष्ट करना चाहूंगा कि तहसीलदार डॉ. शैलेन्द्र बिहारी शर्मा ड्यूटी से गायब नहीं हैं। उन्होंने बाकायदा आवेदन देकर हमसे दो बार अवकाश लिया था, जो हमने उन्हें स्वीकृत किया। उन्होंने अपने व्यक्तिगत कार्यों के लिए अवकाश माँगा था, जिसे मंजूरी दी गई थी। वे अनधिकृत रूप से अनुपस्थित नहीं हैं।”
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे आवेदनों के अनुसार, तहसीलदार डॉ. शैलेन्द्र बिहारी शर्मा ने आरोप लगाया है कि कटनी एसपी अभिजीत कुमार रंजन उन्हें धमका रहे हैं, उनकी पत्नी का जबरन स्थानांतरण रोक रहे हैं और परिवार को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं। इसके अलावा, जबलपुर हाईकोर्ट और जिला न्यायालय में प्रैक्टिस कर रहे अधिवक्ता देवेंद्र शर्मा ने भी कटनी एसपी के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी।
तहसीलदार के परिवार को तोड़ने का प्रयास,जान से मारने और फर्जी केस में फंसाने की धमकी,अधिवक्ता देवेंद्र शर्मा के वकालत लाइसेंस को रद्द कराने की साजिश,पुलिस और आपराधिक तत्वों द्वारा निगरानी करवाने का आरोप
मामले से जुड़े कई आवेदन और पत्र सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिनमें कटनी एसपी पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। हमारा चैनल इन आवेदनों की पुष्टि नहीं करता है, लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्च अधिकारियों की चुप्पी पर सवाल जरूर खड़े हो रहे हैं।
अब मामला कटनी और भोपाल के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के पास है। दमोह एसपी ने स्पष्ट कर दिया है कि इस मामले में कोई कार्रवाई दमोह से नहीं होगी और इसे संबंधित अधिकारियों को भेजा जाएगा। वहीं, कलेक्टर दमोह ने तहसीलदार शर्मा के अवकाश को लेकर स्पष्टता देते हुए गैरहाजिर होने की बात को खारिज कर दिया है।
दमोह से विनोद उदेनिया की रिपोर्ट