Shahdol Medical College News : मध्य प्रदेश सरकार भले ही स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर के बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं. अगर बात शहडोल संभाग की करें तो शहडोल संभाग में स्वास्थ्य सुविधाओं में इजाफा करने के लिए मेडिकल कॉलेज की सौगात भी प्रदेश सरकार के द्वारा दी गई.लेकिन इन दिनों शहडोल का बिरसा मुंडा मेडिकल कॉलेज किस तरीके से भ्रष्टाचार की आगोश में है इसका ताजा तरीन उदाहरण अगर आपको देखना है तो इसके लिए उमरिया जिले के भाजपा नेता की सोशल मीडिया पोस्ट पर नजर डालनी होगी.
उक्त पोस्ट में भाजपा नेता संजय सोनी के द्वारा लिखा गया है कि किस तरीके से उनके बायोवृद्ध पिता के इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में सबसे पहले ₹25000 की डिमांड की गई और जब उन्होंने डिमांड पूरी नही की तो मेडिकल कॉलेज में आर्टीफिशियल बाल्व साकिट की कमी का हवाला दे करके कहा गया की यह आइटम बाहर से मंगवाना पड़ेगा.समय लगेगा. पहले तो तीन-चार दिन का हवाला दिया गया कि इस आर्टीफिशियल बाल्व साकिट को मगाने में तीन-चार दिन लग जाते हैं.लेकिन 15 दिनों तक एडमिट रखने के बाद में यह बता दिया गया कि आर्टीफिशियल बाल्व साकिट कब तक मेडिकल परिसर में डिलीवर होगा इसका कोई अंदाजा नहीं है.थक हार कर भाजपा नेता के द्वारा अपनी व्यथा सोशल मीडिया में बया की गई है.
पढ़िए भाजपा नेता ने सोशल मीडिया में क्या लिखा है :
बिरसा मुंडा मेडिकल कॉलेज में आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद 82 वर्षीय मरीज को 15 दिन हॉस्पिटल में रखने के बाद सामान न होने का कारण बताकर घर जाने के लिये मजबूर किया गया। यह पूरा वाक्या भाजपा के वरिष्ठ सक्रीय कार्यकर्ता नगर पालिका के पूर्व उपाध्यक्ष उमरिया जिले के नगरीय प्रकोष्ठ के पूर्व जिलाध्यक्ष के वयोवृद्ध पिता जो कि जनसंघी हैं श्री श्याम चरन सोनी के साथ घटित हुआ है।सोनी जी का अचानक दुर्घटना में बांऐं पैर के कूल्हे का साकिट वाल्व डैमेज हो गया जिसके चलते नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र मेडिकल कॉलेज शहडोल में 26/5/25 को भर्ती कराया।जांच उपरांत बताया गयाकि आर्टीफिशियल बाल्व साकिट लगाना पड़ेगा जिससे वह पूर्व की भांति चलने लगेंगे। दो यूनिट ब्लड की व्यवस्था करने को कहा गया। 29/5/25को राउंड में आये हुए डॉ द्वारा 25000 रुपयों की व्यवस्था करने को कहा गया इस बात पर मेरे द्वारा उनसे कहा गया कि सरकार आयुष्मान योजना के अंतर्गत मुफ़्त में 500000 रुपये तक का इलाज करती है। फिर भी आपको अगर पैसे चाहिए तो आप लिखकर दीजिए। जिसपर संबंधित स्टाफ के लोग नाराज़ हो गये। इसकी शिकायत मेरे द्वारा क्षेत्रीय विधायक एवं अपने क्षेत्र के विधायक दोनों से साथ संगठन के शीर्ष नेतृत्व से की। दूसरे दिन 30/5/25को दो सज्जन आये और मुझसे कहा कि आपसे शिकायत के संबंध में डिप्टी डायरेक्टर बात करना चाहते हैं उन्होंने मोबाइल फोन पर मुझसे चर्चा कि मैने विस्तार पूर्वक पूरी जानकारी दी। उन्होंने मुझे आश्वस्त किया कि आपरेशन बगैर किसी पैसे से संपन्न होगा। 30/5/25 को ही लगने वाले उपकरण की फाइल संबंधित विभाग को भेज दी गयी। ऐसा मुझे बताया गया। इस दौरान कहा गया कि सामान कूरियर से आता है। तीन चार दिन में आ जायेगा। मैंने दो यनिट ब्लड की व्यवस्था करके ब्लड चढ़वा दिया। सोनोग्राफी एवं हर्ट का एक्सरे करवाया। फिटनेस टेस्ट मेडिसिन टेस्ट एनिसथीसिया रिपोर्ट सभी कम्प्लीट सामान्य होने के बावजूद अब सिर्फ आपरेशन होना बाकी है। 9/6/25 विभाग प्रमुख डॉ राजेश जी से मुलाकात हुई तो उन्होंने कहा कि आप एक बार अधीक्षक महोदय से मिलकर बात करिये। वही सामान के बारे में सही जानकारी दे सकते हैं। मैं पुनः अधीक्षक महोदय से मिलने उनके चैम्बर में गया। मैंने उनहे विस्तार पूर्वक जानकारी दी तो उन्होंने कहा कि हमने एस्टीमेट तैयार करके भेज दिया है।अब आपरेशन में लगने वाला सामान आयेगा कब तक आयेगा। कोई , निश्चित समय नहीं बताया जा सकता है। मैंने पहले दिन ही पूछा कि यहां आपरेशन संभव है कि नहीं। अथवा हम कहीं और लेकर जायें। मजबूरी वस मैने फाइल में लिखा कि सामान उपलब्ध नहीं होने के कारण मैं मरीज को लेकर जा रहा हूं।सामान के बारे में मोबाइल फोन से बात करने पर पता चला कि सामान अभी भी नही आया है। मजबूरी में प्राईवेट हास्पिटल में आपरेशन करवाना पड़ेगा। सरकार की इतनी अच्छी योजना है परन्तु सरकारी तंत्र की भेंट चढ़ चुकी है। प्राईवेट हासपिटल के दलाल भी वहां सकिय है। इस पर अंकुश लगाना चाहिए। सांसद महोदया से भी मोबाइल पर चर्चा हुई वो दिल्ली में थीं मीटिंग में जाना था। उन्होंने अपने पी ए का नम्बर दिया उस पर चर्चा हुई उन्होंने कहा कि सामान नहीं तो आपरेशन कैसे होगा।जबकि अगर क्षेत्रीय सांसद चाहें तो व्यवस्था में सुधार संभव है पीए महोदय ने विषय की गंभीरता को समझ नहीं पाये। हमारे 20 दिन खराब हुये।विवस होकर हमें प्राईवेट हास्पिटल में आपरेशन करवाना पड़ेगा।
अधिक जानकारी के लिए उक्त मामले के संबंध में भाजपा नेता संजय सोनी मोबाइल नंबर 99810 37050 पर संपर्क किया जा सकता है.