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Viral Vedio देख हैरत में पड़ जाएगे आप कैसे Wild Dogs के डर से दुम दबाकर पेड़ पर चड़ा Leopard

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Viral Vedio देख हैरत में पड़ जाएगे आप कैसे Wild Dogs के डर से दुम दबाकर पेड़ पर चड़ा Leopard
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Wild Life News : मध्य प्रदेश के सभी टाइगर रिजर्व में आए दिन कुछ ना कुछ आश्चर्यजनक घटनाएँ टाइगर रिजर्व के अंदर होती ही रहती है. आज 23 जून की इवनिंग सफारी के दौरान एक ऐसा ही इवेंट पेंच टाइगर रिजर्व में दिखाई दिया जब पर्यटकों ने अपने दांतों तले उंगलियां दबा ली. दरअसल देखा यह गया कि एक लेपर्ड जो काफी फुर्तीला होता है और पल भर में शिकार को अपने पंजे में दबाकर पेड़ में चढ़ जाता है उसी लपर्ड पर आज वाइल्ड डॉग्स ने हमला कर दिया. वीडियो देखकर आप समझ पाएंगे कि अगर लेपर्ड समय रहते पेड़ पर नहीं चढ़ता तो उसकी आज मौत पक्की थी.देखकर और सुनकर आप भी हैरत में पड़ गए होंगे कि कैसे वाइल्ड डॉग्स किसी लेपर्ड का शिकार कर सकते हैं.लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि लेपर्ड का शिकार तो उनके लिए बहुत ही आसान बात है वे टाइगर का शिकार भी इतनी ही आसानी से कर सकते हैं.दरअसल वाइल्ड डॉग्स एक ऐसा वन्य जीव है जिसे देखकर के अन्य वन्य जीव तो क्या बाघ भी अपना रास्ता बदल लेते हैं. 

वायरल है यह वीडियो 

वीडियो आप देख सकते हैं कि किस तरीके से वाइल्ड डॉग्स के पैक्स के द्वारा एक लेपर्ड को जंगल में दौड़ा लिया गया है.हालांकि वाइल्ड डॉग से ज्यादा तेज लेपर्ड दौड़ लेता है,यही कारण है की लेपर्ड तेजी से दौड़ करके पेड़ पर चढ़ जाता है. हालांकि वाइल्ड डॉग्स भी पेड़ पर चढ़ने का प्रयास करते हैं लेकिन वह सफल नहीं हो पाते हैं.अगर वाइल्ड डॉग्स की जद में लेपर्ड आ जाता तो निश्चित रूप से आज उसकी जान चली जाती.यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है आप भी इस वीडियो का अन्य लीजिए. 

Wild Dogs सोन कुत्ता या Dhole भी कहते है

मध्यप्रदेश के सिवनी जिले का पेंच टाइगर रिज़र्व का जंगल अपनी बेहतर बायोडाइवर्सिटी के कारण देश और विदेश में विख्यात है। Pench Tiger Reserve में इन दिनों वाइल्ड डॉग जिसे सोन कुत्ता या Dhole कहते है उनकी साइटिंग भी पर्यटकों को हो रही है।

पैक्स में रहते है वाइल्ड डॉग्स 

वाइल्ड डॉग के बारे में Pench Tiger Reserve के एक सीनियर नेचुरलिस्ट बताते हैं कि वाइल्ड डॉग का ग्रुप जिसे पैक बोला जाता है काफी बड़ा होता हैं।एक पैक में 5 से लेकर 40 तक वाइल्ड डॉग हो सकते है।अगर वाइल्ड डॉग का पैक बड़ा होता है ऐसे में बाघ या लेपर्ड के लिए यह काफी खतरनाक साबित हो जाता है।वाइल्ड डॉग जब किसी भी वन्यजीव का शिकार करते है, तो वे शिकार पर जम्प कर जाते है।और उसे जिंदा ही खाना शुरू कर देते है।यदि इनका पैक साइज मतलब झुंड जब बड़ा होता है तो यदि बाघ या लेपर्ड सामने आ गया तो वाइल्ड डॉग चारो तरफ से हमला कर देते है।बाघ या लेपर्ड अमूनन सामने से डिफेंडिंग करता है लेकिन जब वाइल्ड डॉग पीछे से बाईट करने लगे या अटैक कर दें तो बाघ या लेपर्ड के लिए भी यह काफी खतरनाक हो जाता है।

धीरे-धीरे कम हो गए वाइल्ड डॉग्स 

Pench Tiger Reserve में वाइल्ड डॉग आजकल दिख रहे है लेकिन एक जमाना था जब Pench Tiger Reserve में वाइल्ड डॉग के 40 के पैक में भी यहाँ देखा गया है.लेकिन जैसे जैसे Pench Tiger Reserve में बाघों की संख्या बढ़ी वैसे वैसे वाइल्ड डॉग की संख्या कम होती चली गई।

जंगल के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है वाइल्ड डॉग्स 

जिस किसी लोकेशन में जब बाघों की संख्या बढ़ती है तो दूसरे कार्निवोर्स जैसे बुल्फ़,वाइल्ड डॉग,जैकाल,लेपर्ड या और कोई हो उनकी संख्या कोर ज़ोन में घट जाती है,और ये सरवाइवल के बफर क्षेत्र यानी गाँवो के आसपास वाले क्षेत्रों में चले जाते है। जो कि स्कैटर फारेस्ट होता है। इन दिनों Pench Tiger Reserve में वाइल्ड डॉग स्पॉट हो रहे है। वाइल्ड डॉग का जंगल मे होना काफी अच्छा सिगनीफिकेन्स है।वाइल्ड डॉग की मौजूदगी मतलब जंगल की हेल्थ अच्छी है। जंगल में पर्याप्त मात्रा में पानी और जंगल में पर्याप्त मात्रा में भोजन उपलब्ध है।

वाइल्ड डॉग्स भी बनाते है टेरिटरी 

वाइल्ड डॉग भी टेरिटोरियल एनिमल्स है।इनकी टेरिटरी अन्य टेरिटोरियल एनिमल्स से ज्यादा बड़ी होती है।यदि किसी पर्टिकुलर जगह में वो दिखाई देते है, तो हो सकता है 6 माह बाद वाइल्ड डॉग उसी जगह पर दोबारा दिखाई दें।क्योंकि वाइल्ड डॉग की टेरिटरी का साइज सबसे बड़ा होता है।

बाघ के प्रतिद्वंदी होते है वाइल्ड डॉग्स 

वही Pench Tiger Reserve के उपसंचालक बताते हैं कि वाइल्ड डॉग मध्यप्रदेश के पेंच टाईगर रिज़र्व,कान्हा टाईगर रिज़र्व के साथ साथ बांधवगढ़ में मिलते है।बांधवगढ़ में कम संख्या में देखे जाते है। काफी 4 -5 के पैक में तो काफी 11 के पैक में देखे गए है। वाइल्ड डॉग की बहुत ही रेयर साइटिंग होती है।इनको भी अपने बच्चो को पालना काफी त्रिपिकल होता है।हालांकि ये समूह में रहते है।वाइल्ड डॉग और टाईगर एक दूसरे के प्रतिद्वंद्वी के रूप में देखे जाते है।जहां बाघ की संख्या अधिक होगी वहां वाइल्ड डॉग की संख्या कम हो जाती है।जंगल मे अगर कही वाइल्ड डॉग के पैक की मौजूदगी रहती है तो बाघ वहां से मूव कर जाता है।क्योंकि वाइल्ड डॉग समूह में रहकर शिकार करते है।ये चीतल,साम्भर को जिंदा ही खाना शुरू कर देते है।ये सीटी बजाकर एक दूसरे से संपर्क करते है।यह वाइल्ड डॉग भले ही है लेकिन वाइल्ड डॉग भौकते नही है।

बाघ बदल लेता है अपना रास्ता 

Pench Tiger Reserve में जैव विविधता के संबंध में यह महत्वपूर्ण प्रजाति है।वाइल्ड डॉग का अगर बड़ा समूह हो तो वह टाईगर से भी फाइट कर लेते है।बाघ अगर देखता है कि वाइल्ड डॉग का ग्रुप बड़ा है तो बाघ अपना रास्ता बदल लेता है।और वाइल्ड डॉग भी बाघ को देखकर रास्ता बदल लेते है।लेकिन अगर वाइल्ड डॉग के ग्रुप का बाघ से सामना हो ही जाए तो दोनो ही एक दूसरे पर भारी पड़ेंगे।

Pench Tiger Reserve wild life news सिवनी
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संजय विश्वकर्मा खबरीलाल न्यूज़ पोर्टल हिंदी में ग्रुप एडिटर हैं। वे स्टॉक मार्केट,टेलीकॉम, बैंकिंग,इन्सुरेंस, पर्सनल फाइनेंस,सहित वाइल्ड लाइफ से जुड़ी खबरें लिखते हैं।संजय को डिजिटल जर्नलिज्म में 8 वर्ष का अनुभव है।आप संजय से 09425184353 पर सम्पर्क कर सकते हैं।
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