Lokayukt Karyawahi : 10000 की रिश्वत लेते हुए पटवारी रंगेहाथ गिरफ्तार हुआ है। पूरा मामला मध्य प्रदेश के इंदौर जिले का है जहां इंदौर लोकायुक्त पुलिस के द्वारा देपालपुर पटवारी अक्षर जैन को 10000 की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है।
Lokayukt Karyawahi : 10 हजार की रिश्वत लेते पटवारी रंगेहाथ गिरफ्तार
फरियादी संदीप बारिया ने बताया कि जमीन के सीमांकन के लिए पटवारी ने ₹40000 की रिश्वत मांगी थी। पहली किस्त में ₹25000 की रिश्वत पटवारी ले चुका था और आज दूसरी किस्त ₹10000 लेते हुए लोकायुक्त पुलिस के द्वारा रंगेहाथ हाथ गिरफ्तार किया गया है।
ट्रैप दल को देख भागने की कोशिश
लगातार भ्रष्टाचार के मामलों में कार्यवाही चल रही है इसके बावजूद भी रिश्वत खोर डरने का नाम नही ले रहे है।आज लोकायुक्त महानिदेशक जयदीप प्रसाद के निर्देशानुसार भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए इंदौर लोकायुक्त ने देपालपुर में रिश्वतखोर पटवारी को रंगे हाथों पकड़ा। आरोपी पटवारी ने फरार होने की कोशिश की, लेकिन ट्रैप दल ने उसे धर-दबोचा।
देपालपुर तहसील के ग्राम रुणावदा निवासी संदीप वैष्णव (30) ने लोकायुक्त पुलिस को शिकायत की थी कि पटवारी अक्षत जैन (32) उसकी कृषि भूमि के सीमांकन के लिए 40,000 रुपये रिश्वत की मांग कर रहा है। इससे पहले आरोपी पटवारी 15,000 रुपये ले चुका था और शेष 10,000 रुपये 7 मार्च को लेने तय हुए थे।शिकायत की पुष्टि होने के बाद लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक राजेश सहाय के नेतृत्व में ट्रैप दल गठित किया गया। जैसे ही आरोपी पटवारी 10,000 रुपये रिश्वत ले रहा था, टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।
पुलिस की घेराबंदी देख आरोपी पटवारी भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन टीम की सतर्कता से उसे मौके पर ही दबोच लिया गया। लोकायुक्त टीम ने पटवारी अक्षत जैन के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 2018 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। आगे की जांच जारी है।
लोकायुक्त की इस कार्रवाई से भ्रष्ट अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए लोकायुक्त टीम लगातार कार्रवाई कर रही है।