Highlights
- कांग्रेस के पूर्व विधायक ने लगाए सर्वे के विरुद्ध पार्टी द्वारा उम्मीदवार घोषित करने के आरोप…
- सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर लड़ सकते हैं चुनाव!
- बिजावार विधानसभा में रेत माफिया चरण सिंह यादव को टिकट देने को लेकर लगाए गंभीर आरोप
- राजनगर विधानसभा के सिटींग एमएलए पर लगाए निष्क्रियता के आरोप
- पूर्व विधायक के समर्थन में दे सकते हैं सेकड़ों कार्यकर्ता कांग्रेस से इस्तीफा, बैठक के बाद हो सकता है फैसला
एक दिन पहले कांग्रेस की 144 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने के बाद कांग्रेस के उम्मीदवार और 4 बार से विजयी विधायक कु. विक्रम सिंह नाती राजा और कांग्रेस पार्टी के द्वारा सर्वे के खिलाफ उम्मीदवार घोषित करने से नाराज कांग्रेस के Ex MLA शंकर प्रताप सिंह (मुन्ना राजा )ने पार्टी से बगावत का मन बना लिया है, सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर विधानसभा सभा राजनगर से चुनाव लड़ सकते है, हालांकि बैठक के बाद यह तय किया जाएगा, कि चुनाव लड़ना होगा या नहीं और उम्मीदवार के रूप में स्वयं Ex MLA विधायक या उनके बेटे सिद्धार्थ सिंह बुंदेला को चुनाव लड़ाया जाए इस बात का फैसला तय किया जायेगा… बैठक के दौरान कांग्रेस के पूर्व विधायक ने कांग्रेस के सर्वे पर सवाल उठाते हुए सर्वे में उनके बेटे का नाम होने के बाद भी उनके बेटे कि जगह सिटींग एम एल ए को उम्मीदवार बनाने का आरोप लगाया है,
यही नहीं कांग्रेस के Ex MLA ने कमलनाथ द्वारा सर्वे के आधार पर टिकट दिए जाने के आरोप पर बिजावर विधानसभा से चरण सिंह यादव की टिकट फाइनल होने पर भी सवाल उठाया है, कांग्रेस के पूर्व विधायक ने चरण सिंह यादव पर टिकट मिलने पर आरोप लगाते हुए जो चार दिन पहले एक चोर झाँसी से आया यूपी से पैसा पकड़ाकर टिकट लेकर आ गया, पूर्व विधायक ने चरण सिंह पर विधायक जी का सोंजिया बताकर कांग्रेस से 10 करोड़ में टिकट बिकने का आरोप भी लगाया…और इनाम के तौर पर यह मिल गया!
Ex MLA ने राजनगर से कांग्रेस विधायक और उम्मीदवार रहे कु. विक्रम सिंह पर भी कमलनाथ की 15 महीने की सरकार पर सिटींग एम एल ए बालू भरवाते रहे! क्योंकि विधायक जी को परे परे वोट मिल जाते हैं, Ex MLA ने कांग्रेस में जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं कि पीड़ा को देखकर आज सभी एकत्रित हुए हैं,क्योंकि इस विधानसभा मैं दोनों आदमी नाकारा बैठे हुए हैं,एक लुटेरा है और दूसरा आलसी महाआलसी जिसको कोई भी चिंता नहीं है, और जनता परेशान है!
मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस के पूर्व विधायक ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा लगातार 4 साल से कार्य करने और फल कोई और खाय का आरोप लगाते हुए अपनी पीड़ा व्यक्त की,वहीं चुनाव लड़ने पर के सवाल पर कार्यकर्ताओं द्वारा राय मशवरा के बाद ही निर्णय लेने कि बात कही, वहीं कमलनाथ के सर्वे के आधार पर टिकट दिए जाने पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए सर्वे से अलग सिटींग एम एल ए को टिकट दिए जाने पर नाराजगी भी व्यक्त की, कांग्रेस कि इस तरह कि नीति से कांग्रेस को मध्यप्रदेश में नुकसान भी भुगतना पड़ सकता है, वहीं पार्टी से इस्तीफा दिए जाने के सवाल पर पार्टी द्वारा कार्यकर्ताओं कि बात न सुने जाने पर कांग्रेस पार्टी में बेशर्मी से न रहने की बात कहते हुए पार्टी से अलग होने कि बात भी कही,वहीं रेत माफिया को बिजावर विधानसभा से टिकट दिए जाने पर भी सवाल उठाया है,वहीँ 2018 के विधानसभा चुनाव में सिटींग एम एल ए को जिताने कि बात भी पूर्व एम एल ए ने कि!