मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने है जहाँ निर्वाचन आयोग के निर्देशन पर शत-प्रतिशत मतदान के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाने का क्रम शुरू हो गया है. वहीं राजनीतिक दलों के द्वारा भी अपनी पार्टी का जमकर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है
इसी बीच बालाघाट जिले के एक गांव से ऐसी तस्वीर सामने आई है जहाँ ग्रामीणों ने बैनर बांधकर चुनाव का बहिस्कार करते हुए चुनाव का प्रचार प्रसार करने वाले किसी भी व्यक्ति को गांव मे आने पर सख्त रोक लगा दी है।
दरअसल यह पूरा मामला बालाघाट के कटंगी जनपद क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत अंबेझरी , खैरलांजी गांव का है जहाँ ग्रामीणों ने अभी से आगामी समय में होने वाले विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करते हुए गांव में किसी भी सज्जन व्यक्ति को चुनाव प्रचार के लिए आने पर रोक लगा दी है।
दरअसल यहां बावनथड़ी नदी पर राजीव सागर बांध के बनने के बाद बीते करीब 10 सालों से अंबेझरी से खैरलांजी के बीच सड़क मार्ग पर निर्मित पुलिया हर साल बारीश के पानी में डूब जाता है और करीब 08 माह तक पुलिया जलमग्न रहता है जिस कारण खैरलांजी से अंबेझरी मुख्य सड़क मार्ग से आवाजाही बंद रहती है और ग्रामीणों को जंगल के कच्चे रास्ते आना-जाना करना पड़ता है. ग्रामीणों के द्वारा कई बार जनप्रतिनिधियों से ऊँचे पुल के निर्माण की मांग की गई लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया. जिसके चलते ग्रामीणों ने इस बार विधानसभा चुनाव में डंके की चोट पर पुल नहीं तो वोट नहीं का ऐलान कर दिया है।