मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव का आगाज हो चुका है भाजपा ने अपने प्रत्याशी मैदान में उतार दिए है। लेकिन कई सीटों पर वर्तमान विधायक को छोड़ अन्य दावेदारो को मौका दिया गया है। लेकिन मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले से एक ऐसी तस्वीर निकलकर सामने आ रही है जो तरह तरह के सवाल खड़े कर रही है।
डर के साए में भाजपा प्रत्याशी
सिंगरौली आखिर कार बार बार क्यूं नतमस्तक होना पड़ रहा बगावत कर चुके वर्तमान बीजेपी प्रत्याशी राम निवास शाह को सिटिंग विधायक के चरणों में, क्या डर सता रहा बीजेपी प्रत्याशी को,कही सिटिंग विधायक के कारण हार का सामना न करना पड़ जाय।
रामलल्लू वैश्य ने छोड़ी भाजपा
वहीं दूसरी ओर टिकट कटने से नाराज सिंगरौली विधायक रामलल्लू वैश्य ने भाजपा को अलविदा कह दिया है। लल्लूराम वैश्य ने खाबकि हमें धोखे का जवाब बड़ी शालीनता से देना है। हम अपनी ताकत दिखाएंगे। गौरतलब है कि वैश्य पिछले तीन बार से विधायक थे। भाजपा ने इनका टिकट काटकर रामनिवास शाह को अपना प्रत्याशी बनाया है। जिससे नाराज होकर उन्होंने पार्टी छोड़ दी है।
बार-बार कर रहे चरणवंदन
हालाकि की सिटिंग विधायक राम लल्लू वैश्य को टिकट न मिलने से लगातार है नाराज, इस दौरान कल दशहरे के दिन राम लल्लू वैश्य वर्तमान विधायक विधानसभा 80 पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय अर्जुन सिंह के दामाद बीपी सिंह राजा बाबा से मुलाकात भी की , और उनके बीच काफी गुप्त गू भी हुई, और कयास भी लगाए जा रहे की कही कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी में बदलाव करके राम लल्लू को टिकट न दे दे।
विधायक को टिकट दे सकती है कांग्रेस
हालाकि कांग्रेस से घोषित उम्मीदवार रेनू शाह ने नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है, फिर भी इस बात की चर्चा है की कांग्रेस में यदि बीजेपी के वर्तमान विधायक सदस्यता लेते है तो अंत में कांग्रेस इन्हे टिकट दे के मैदान में उतार सकती है।
साहू समाज का है दबदबा
इसके पीछे एक और जो बड़ी वजह है वो बीजेपी और कांग्रेस के तरफ से घोषित उम्मीदवार एक हो वर्ग साहू समाज से है, जहां साहू वर्ग का वोट खुद ध्रुवीकरण होता दिख रहा है, और आज नामांकन दाखिल करने के उपरांत इस बात को खुद कांग्रेस प्रत्याशी ने माना है की वोट का ध्रुवीकरण होगा.