PCC चीफ ने विवेक तन्खा को रोका भाषण देने से हाथ पकड़ कर बैठा दिया कुर्सी में जानिए पूरा मामला
रायसेन क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी प्रतापभानु शर्मा का शुक्रवार को नामांकन दाखिल करने रायसेन आये थे उसी दौरान कांग्रेस ने सभा आयोजित की थी। जिसमे खास तौर पर शामिल होने आये मप्र कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी का दुःख दर्द और संवेदनशील दोनो खुल कर सामने दिखी । कांग्रेसी खेमे में बड़ी टूट-फूट होने के आरोप लगने के बाद आप जीतू पटवारी सीनियर नेताओं को साधने और इमोशनल होकर बीजेपी में शामिल होने वाले अपने नेताओं के लिए दर्द व्यक्त कर रहे हैं।
तो हुआ यह कि सभा मे क्रमानुसार नेता अपना अपना भाषण दे रहे थे कांग्रेस नेता पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव के भाषण के बाद राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा को संबोधित करने मंच पर बुलाया गया । इस पर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी खड़े हो गए और उन्होंने विवेक तन्खा का हाथ पकड़कर कुर्सी पर बैठने के लिए कहा। पटवारी बोले- आप सीनियर हैं सम्माननीय हैं, इसलिए मेरे बाद भाषण देंगे। इसके बाद पटवारी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल होने वाले नेताओं के लिए नुसरत फतह अली खान की ग़ज़ल सोचता हूं कि वो कितने मजबूर थे..क्या क्या हो गए देखते देखते के अंदाज में अपनी पीड़ा व्यक्त कर डाली।
उन्होंने कहा कि हमारे जो लोग छोड़ कर जा रहे हैं उनके लिए मुझे बेहद दर्द होता है जब हमारे यहां से गए लोगों के बारे में बीजेपी के नेता कहते हैं कि पक्के बैर की तरह टपक रहा है। एक भाजपा नेता तो बहुत गंदी टिप्पणी की जिसे मैं नहीं बोल पा रहा हूं। कैलाश विजयवर्गीय कह रहे हैं कि इन्हें हमें बेमन से लेना पड़ रहा है। फिर उन्होंने मशहूर गजल क्या से क्या हो गए देखते देखते की तर्ज पर कहा कि जो क्या थे क्या से क्या हो गए.. हम उन्हें मंच पर आगे बैठाया करते थे अब उन्हें वहां पीछे भी जगह ठीक से नहीं मिल रही. मंच के पीछे बैठ रहे हैं। खैर विषय नहीं है अपने ही थे इसलिए दुख हो रहा है दर्द हो रहा है।
अगर हमारे परिवार का कोई सदस्य जिसने जीवन भर हमारे साथ काम किया वह वहां अपमानित होता है तो हमें यहां खुशी कैसे हो सकती है। पीएससी के जीतू पटवारी अपने लोगों के बीजेपी में शामिल होने पर कुछ अलग अंदाज में दुख व्यक्त करते नजर आए। जब से जीतू पटवारी कांग्रेस के अध्यक्ष बने हैं तब से कांग्रेसी खेमे के लोग टूट कर बीजेपी में ज्यादा जा रहे हैं ऐसे आरोप लगने के बाद जीतू पटवारी अब कांग्रेस के कार्यक्रमो में बैलेंस की राजनीति कर बड़े नेताओं के सम्मान में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहै है।