लोकायुक्त कार्यवाही : मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की आदेश के बाद प्रदेश भर में झोलाछाप डॉक्टर की क्लीनिक को सील कर दिया गया था। लेकिन अब इन क्लिनिको को खोलने के लिए स्थानीय अधिकारियों और कर्मचारियों के द्वारा मोटी रिश्वत ले करके इन्हें चोरी चुपके खोलने दिया जा रहा है। जिसके एवज में झोलाछाप डॉक्टर से मोटी रकम भी ली जा रही है।
ताजा मामला मध्य प्रदेश के बालाघाट का है जहां जबलपुर लोकायुक्त पुलिस के द्वारा एक बड़ी कार्यवाही की गई है। उक्त कार्रवाई में ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर कार्यालय बैहर में पदस्थ बाबू प्रवीण जैन को ₹30000 की रिश्वत लेते हुए रंग के हाथों गिरफ्तार किया गया है। बताया जाता है कि बीएमओ कार्यालय में सहायक ग्रेड 2 के रूप में पदस्थ प्रवीण जैन ने निजी क्लीनिक संचालक दिनेश मरकाम से सील बंद ताला की चाबी लौटने के एवज में ₹50000 की रिश्वत मांगी थी।
पहली क़िस्त के रूप में ₹30000 की राशि प्रवीण जैन और उनके पुत्र प्रिंस जैन के हाथों में जैसे ही झोला छाप डॉक्टर दिनेश मरकाम ने दी पिता और पुत्र को सिविल अस्पताल मैहर के सामने आवासीय परिसर में जबलपुर लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।