एक किसान परिवार विधायक प्रताड़ना से तंग आकर जिला प्रशासन को आवेदन देते हुए इच्छा मृत्यु की मांग की है पूरा मामला देवसर विधानसभा विधायक के द्वारा उनकी आराजी भूमि पर जबरन कब्जा किए जाने को लेकर जुड़ा हुआ है। बरगवां थाना क्षेत्र के बरहवा टोला निवासी शंकर तिवारी सहित पांच भाइयों ने कलेक्टर सिंगरौली को आवेदन देते हुए अवगत कराया है कि देवसर विधानसभा के विधायक राजेंद्र मेश्राम के द्वारा आरजी खसरा नंबर 4 मनोज अग्रवाल पिता पवन अग्रवाल को पूर्व में 35 डिसमिल बेची गई थी जिसमें से मनोज अग्रवाल के द्वारा 20 डिसमिल जमीन देवसर विधायक राजेंद्र मेश्राम के 2 पुत्रों सरल व विरल के द्वारा क्रय की गई है लेकिन देवसर विधानसभा के विधायक के द्वारा वर्तमान में जिस भूमि पर बाउंड्री बार का निर्माण कराया गया है वह आरजी खसरा क्रमांक 112 है इस बात की पुष्टि पूर्व में कई बार स्थानीय पटवारी आर आई के द्वारा भी की गई थी ।लेकिन देवसर विधायक से मिली भगत कर तहसीलदार हल्का पटवारी आर आई की बातों को नकारते हुए स्वयं सड़क की भूमि मेरी बता वास्तविक मेरी भूमि को विधायक पुत्र की भूमि बता बाउंड्री वॉल करवा कब्जा करवा दिया है। इस दौरान मेरे परिवार जनों के द्वारा विरोध करने पर बरगवां थाना पुलिस मौके पर भेज विधायक द्वारा मेरे पूरे परिवार जनों को गिरफ्तार कर जेल में डाले जाने की धमकी दिलाई जा रही ।
पीड़ित परिवार ने बताया कि यह जमीन हमारे पिताजी लोगों के द्वारा पूर्व में गांव के ही रघुनाथ कोइर व गुलाब कोइर को दी गई थी जिस जमीन को इन दोनों व्यक्तियों ने कभी भी अपना कब्जा नहीं लिया लिहाजा बाद में उक्त जमीन को मनोज अग्रवाल को 35 डिसमिल जमीन बेच दी गई जिसका खसरा नंबर 4 था।अब उसी क्रय की हुई जमीन को मनोज अग्रवाल के द्वारा 20 डिसमिल जमीन विधायक के सुपुत्र सरल व विरल को विक्रय कर दी गई है। लेकिन वह जमीन सड़क के किनारे न होने की वजह से विधायक के द्वारा मेरी दूसरे खसरा नंबर 112 की जमीन पर कब्जा किया जा रहा।जिसको लेकर यह पूरा विवाद खड़ा हो रहा है साथ ही पीड़ित परिवार ने बताया कि मेरे द्वारा कलेक्ट्रेट कार्यालय में भूमि की सही से नपी एवं नक्शा खसरा के लिए मांग की गई है यदि हमें न्याय नहीं मिलता तो मजबूरन हम परिवार सहित आत्मदाह करने की लिए मजबूर होंगे और यदि कलेक्टर हमें न्याय नहीं दिला सकते तो इच्छा मृत्यु ही दे दे।
वही मामले पर देवसर विधायक से बात की गई तो उनका कहना था कि हमने 20 डिसमिल जमीन मनोज अग्रवाल से खरीदी है जो मेरे बेटे सरल व विरल के नाम पर ली है इनके द्वारा बार-बार जमीन को लेकर मेरे खिलाफ इस तरह की बयान बाजी व मेरे ऊपर आरोप लगाना मेरी समझ के परे है ।
वही मामले पर जब सिंगरौली कलेक्टर से बात की गई तो सिंगरौली कलेक्टर का साफ तौर पर कहना था कि हम किसी भी जनप्रतिनिधि के खिलाफ कुछ भी नहीं बोलेंगे । पीड़ित परिवार के द्वारा आवेदन दिया गया होगा तो मैं तहसीलदार को बोलकर सही तरीके से जमीन की नापी कर दोनों पक्षों को संतुष्ट किए जाने का निर्देश दूंगा।