- 10 हजार रुपए की रिश्वत देने के बावजूद भी बाबू ने जमीन के कागज नहीं किया ऑनलाइन।
- दीपा जाटव से बाबू ने दोबारा से मांगी रिश्वत महिला ने रिश्वत नहीं दी तो बाबू ने जूते एवं थप्पड़ों से की महिला की पिटाई।
- जब मामला भिंड कलेक्टर के संज्ञान में आया तो कलेक्टर ने बाबू नवल किशोर गौड़ को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया
- शासकीय पट्टे की जमीन को नाम करने के लिए महिला ने दी थीं 10 रुपए की रिश्वत।
मध्य प्रदेश : दरअसल मामला भिंड जिले के गोहद तहसील कार्यालय का है जहां पर दीपमाला जाटव निवासी लोधी की पाली इस पट्टे की जमीन पर ऑनलाइन नाम दीपमाला दर्ज नहीं था इसको लेकर गोहद तहसील कार्यालय के चक्कर लगा रही थी चक्कर लगाते लगाते तहसील में पदस्थ नवर किशोर गौड़ बाबू से उनकी मुलाकात हुई नवल किशोर बाबू ने एक शॉर्ट रास्ता निकाला कि आप हमको 10 हजार रुपए दीजिए आपका काम हो जाएगा। दीपमाला मान गई और उसको पैसे दे दिए ।चार-पांच महीने का इंतजार के बाद आज दीपमाला गोहद तहसील में आई बाबू से पूछा कि हमारा काम हुआ या नहीं इसी। तो तहसील का बाबू बोला कि आप हमें और हमें पैसा दो तू महिला ने पैसा देने से किया इनकार।
इसी बात को लेकर दोनों में विवाद शुरू हो गया महिला के साथ उसका पति भी मौजूद था बाबू और महिला के बीच में मुंह बाद हो गया। तो बाबू ने जूते से महिला की पिटाई करने लगाभी लोगों ने बीच बचाव किया तो बाबू ने महिला को थप्पड़ भी मारे जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ वायरल। वीडियो साइट में खिड़की से बनाया गया और सोशल मीडिया पर वायरल हुआ मारपीट की सूचना संबंधित थाना पुलिस को लगी पुलिस की गाड़ी तुरंत मौके पर पहुंची और दीप माला को गोहद चिकित्सालय में भर्ती कराया जब हमने गोहद चिकित्सालय में दीप माला से जाकर बातचीत की तो उन्होंने बताया यह बाबू ने मेरे साथ बहुत गलत किया है। हम गरीब हैं इसका फायदा बाबू ने उठाया है हमारी बात इसको लेकर उनके पति से भी हुई उन्होंने भी कहा कि बाबू ने लात घुसे हुए जूते से हमारी मारपीट की है।
जब इस विषय में थाना प्रभारी गोहद से बातचीत हुई तो बातचीत में उन्होंने कहा कि अभी मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। यदि संज्ञान में आया तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी । जबकि वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। गोहद थाना प्रभारी ने इस मामले को ठंडी बस्ती में डालने का प्रयास किया क्योंकि तहसील में पदस्थ बाबू के खिलाफ कार्रवाई करना थाना प्रभारी को कहीं ना कहीं महंगा पड़ सकता है इसलिए थाना प्रभारी भी इस मामले से बचते हुए नजर आ रहे हैं।
जब यह मामला भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के संज्ञान में आया तो कलेक्टर बाबू को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। और बाबू के खिलाफ कलेक्टर के द्वारा आगे कार्रवाई जारी।