उमरिया जिले में 350 से ज्यादा आउटसोर्स और संविदा कर्मी आज 21 जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए है,आज से जिले के मीटर रीडर, सहायक अभियंता,जूनियर इंजीनियर और 150 से ज्यादा लाइनमैन करेंगे काम का बहिष्कार करेगें,संविदा कर्मचारियों को रेगुलर करने और और आउटसोर्स को संविलियन करने की माँग को लेकर हड़ताल की जा रही है।
भाजपा सरकार पर आउटसोर्स यूनियन ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि 2013 के वचन पत्र में लिखे वादों को पूरा नही कर प्रदेश सरकार हमसे छलावा कर रही हैं।
पढ़िए क्या लिखा गया है ज्ञापन में
दिनांक 06.01.2023 से म.प्र. विदयुत अधिकारी / कर्मचारी कल्याण संघ, म.प्र. वि. मं. तकनीकी कर्मचारी संघ, म.प्र. बिजली आउटसोर्स कर्मचारी संघ, म.प्र. वाडा स्त्रोत विदयुत कर्मचारी संगठन द्वारा किये जा रहे धरना प्रदर्शन एवं संपूर्ण कार्य बहिष्कार जिसमे मध्यप्रदेश यूनाइटेड फोरम द्वारा लिखित पत्र क्रमांक 075/2022 दिनांक 30-12-2022 एवं मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कर्मचारी जनता यूनियन द्वारा पत्र क्रंमाक 77 दिनांक 03-01-2023 एवं विद्युत पेंसन हितरक्षक संघ द्वारा लिखित पत्र के माध्यम के किये जा रहे आंदोलन हेतु समर्थन प्रदान किया गया था को ध्यान में रखते हुये महोदय द्वारा दिनांक 05.01.2023 को सभी संगठन प्रमुखों से सौहाद्रपूर्ण वातावरण में हुई विस्तृत चर्चा में यह निष्कर्ष निकाला गया था कि अधिकतर मांगे माननीय मुख्यमंत्री महोदय से स्तर की है एवं महोदय द्वारा चर्चा के दौरान म.प्र. में इंदौर में हो रहे प्रवासी भारतीय एवं इन्वेस्टर मीट को मद्देनजर रखते हुए माननीय मुख्यमंत्री महोदय से 15 दिवस के अन्दर चर्चा कराकर मांगों के संबंध में सकारात्मक निर्णय लेने हेतु आश्वासन दिया गया था एवं आन्दोलन वापिस लेने का अनुरोध किया गया था। आपके द्वारा दिये गये आश्वासन को में रखकर एवं आपका सम्मान करते हुये संगठन में शामिल सभी प्रतिनिधियों से 7- 8 घण्टे गहन विचार विमर्श कर सभी संगठन प्रमुखों के सहमति पत्र पर हस्ताक्षर कराते हुए जो पत्र के साथ सता है आंदोलन को वापस लेने का निर्णय लेकर महोदय को लगभग रात्रि 09.40 बजे सूचित कर दिया गया था। परंतु बड़े ही खेद का विषय है कि 11 दिन बीत जाने के बाद भी महोदय आपके द्वारा संगठन के साथ मुख्यमंत्री महोदय की बैठक की तिथि निर्धारण नहीं कराते हुए कोई भी कदम नहीं उठाया गया है दिनांक 16/01/2023 को पुनः संगठन के शीर्ष पदाधिकारियों की बैठक आयोजित की गई जिसमें निर्णय लिया गया कि यदि 20 जनवरी के पूर्व माननीय मुख्यमंत्री महोदय के साथ सकारात्मक चर्चा कर मांगों का निराकरण नहीं किया जाता है तो 21 जनवरी 2023 से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार के लिए सभी विद्युत अधिकारी कर्मचारी मजबूर होंगे अतः महोदय से अनुरोध है कि आश्वासन अनुसार माननीय मुख्यमंत्री महोदय से समय प्राप्त कर दिनांक सहित म.प्र. विदयुत अधिकारी / कर्मचारी कल्याण संघ, म.प्र. वि. मं. तकनीकी कर्मचारी संघ, म.प्र. बिजली आउटसोर्स कर्मचारी संघ, म.प्र. वाडा स्त्रोत विदयुत कर्मचारी संगठन को सूचित करने का कष्ट करें, जिससे संगठन के सभी सदस्यों का शासन, प्रशासन एवं नेतृत्व के प्रति विश्वास बना रहे।