बरही क्षेत्र में कब चलेगी तबादला एक्सप्रेस क्या वर्षों से जमे अधिकारीयों का हो पाएगा स्थानान्तरण
बरही में तीन साल से अधिक समय से ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों का कब होगा ट्रांसफर अधिकारियो कि आय दिन लिस्ट हो रही जारी
कटनी जिले में थाना प्रभारी से लेकर तहसीलदार तक का समय समय पर स्थानान्तरण हो रहा है और ट्रांसफर सूची जारी होते ही 24 घण्टे में जिस जगह पर स्थानांतरित किया जाता है वहां का पदभार भी ग्रहण कर लेते हैं अर्थात वर्षों से कुछ थानों के तहखानों में जमे पुलिसकर्मी तहसील में जमे हल्का पटवारी एवं नगर परिषद में जमे कर्मचारी ज्यों का त्यों एक ही जगह पर टिके हुए हैं इन्हें आखिर क्यों नही इधर उधर किया जाता जनता जिले के आला अधिकारियों से जानना व समझना चाहती है कि ऐसा क्या है कि वर्षों वाले कर्मचारियों को नहीं बदला जाता.
यह भी पढ़ें : शिवराज की भांजियों को अकेले ले जाकर सीएम राईज स्कूल के प्राचार्य ने की आश्लील हरकत
इनके यहां वहां न करने कि क्या वजह है क्या कोई बड़ा अहित हो जाएगा यदि इनका फेरबदल हो जाएगा तो होश हवास है की पूर्व में रही कमलनाथ सरकार से लेकर वर्तमान सरकार के निवर्तमान होने के समय भी कई पुलिस कर्मी एवं तहसील कर्मचारी सहित नगर परिषद के कर्मचारी अपने पुराने अड्डे में पंजा गड़ाए बैठे हुए हैं इन्हे हटाए जाने कि सरकारी समय सारणी का अता पता नही है जो पांच सालो पांच आने अम्ल में नही लाई गई.
गौरतलब है कि बरही थाना तहसील एवं नगर परिषद में कुछ कर्मचारी कई वर्षों से पदस्थ हैं जिनको आज तक स्थानांतरित नही किया गया इनके अलावा पंचायत विभाग में भी उपयंत्री व ब्लॉक समन्वय अधिकारियो का ट्रांसफर नही हुआ पूर्व में जब चुनाव हुआ था तब सिर्फ पंचायत सचिवो को इधर से उधर किया गया था लेकिन उपयंत्री व ब्लॉक समन्वय का स्थानांतरण नही हुआ था जानकारी के मुताबिक जनपद पंचायत बड़वारा में कई वर्षों से पंचायत उपयंत्री भी अंगद कि पैर कि तरह एक ही स्थान पर जमे हुए हैं.
यह भी पढ़ें : PM Modi in Rewa : इस विशेष दिन पीएम मोदी पहुंचेगे रीवा प्रदेश को देंगे ये बड़ी सौगात
सूत्रों कि माने तो एक दो बार इनका ट्रांसफर भी हो गया है इसके बाद सेटिंग जमा ट्रांसफर रुकवा लिया गया था सवाल यह उठ रहा है कि बड़वारा बरही क्षेत्र में जो कर्मचारी आ जाते हैं वो जाने का नाम नही लेते हैं वैसे थाना से लेकर तहसील के कुछ कर्मियों को देखा जा सकता है कि क्षेत्र के लोगों से ज्यादातर घुले मिले दिखेंगे ऐसा दिखेंगे जैसे ये कर्मी नही क्षेत्र वासी हों उस वजह से असाह कमजोर लोगों में दहशत का माहौल बन रहा है वो क्यों बन रहा इसके लिए दर्शक समझदार हैं ।
यह भी पढ़ें : MLA नारायण त्रिपाठी हुए भीषण सड़क हादसे का शिकार वीडियो जारी कर बताया कैसे हुई घटना
आखिर ऐसी कौन वजह है हला कि निर्वाचन आयोग के नियम अनुसार 3 वर्षो से अधिक समय से एक ही जगह पर सेवा दे रहे अधिकारी कर्मचारी को बदलने का प्रावधान है हला कि यह जानकारी भी माइन्ड्रेड कर्मियों को है कि अब तो जाना पड़ेगा कुछ कर्मी अभी से ही जुगत में लग चुके हैं और एक दो माह के लिए अपने मनचाहा जगह पर स्थानांतरण करवाने कि फिराग में हैं जिससे फिर वही क्षेत्र में आ सके अब देखना यह बाकी है आयोग के नियम अनुसार विधानसभा चुनाव के पूर्व नगर थाना व तहसीली के कितने कर्मचारियों का ट्रांसफर हो पाता है।
यह भी पढ़ें : एमपी के शहडोल में 7 पुलिसकर्मियों ने एक साथ दिया इस्तीफा जानिए वजह
चुकी कुछ कर्मियों का अधिक से अधिक यह प्रयास रहेगा कि हमारा फेर बदल न हो पाए जिसकी वजह यह कही जा सकती है कि कुछ कर्मी स्वयं का रहवास बना चुके हैं जिनका विस्तार बड़ा है स्थानांतरण होने पर समस्या मान रहे हैं दूसरी वजह गांव गांव में लोग फिक्स हैं जो इन डायरेक्ट काम देखते हैं कही ये कागज इससे मिलना ये सब काम देखने वाले पैड लोग हैं क्षेत्र भर में नेटवर्क तगड़ा है इस लिए पुराने जगह को छोड़कर नए जगह जाने में सोच में पड़े हुए हैं और ट्रांसफर न हो ऐसा दिमाग चलाया जा रहा है और नेताओं के सम्पर्क साधने में जुटे हुए हैं किसी भी कदर सजी सजाई थाली हाथ से न निकल पाए बना हुआ बाजा न बिगड़ पाए.
यह भी पढ़ें : मैहर में कथा कैंसिल होने के बाद भी कथा स्थल पर जुटेंगी भीड़ वीडियो जारी कर नारायण त्रिपाठी ने बताया एक्शन प्लान
Article By Neeraj Tiwari