देश दुनिया में प्रख्यात बुंदेलखंड का बागेश्वर धाम जहां हर माह पहुंचते हैं लाखों श्रद्धालु और अपने मन की मुरादें पुरी करने के लिए लगाते हैं अर्जी, यहां के पीठाधीश्वर बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जो हमेशा ही बेबाक बयानों को लेकर मीडिया में बने रहते हैं और इन दिनों तो बिहार में होने वाली कथा को लेकर बाबा दिनों दिन मीडिया के चर्चाओं में बने हुए है। पटना बिहार के तमाम नेता बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का सपोर्ट करते नजर आ रहे हैं तो कुछ लोग बाबा के खिलाफ मोर्चा खोलते नजर आ रहे हैं और बाबा के बिहार आने पर सबक सिखाने का दावा भी कर रहे है ।
वही इन सब के बीच छतरपुर जिले से बागेश्वर धाम से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जहां जनवरी माह से अबतक 21 लोग लापता हो चुके हैं जिसमें महिलाएं, युवती, मानसिक लोग यह सभी शामिल है इनमें से अब तक पुलिस 5 माह में 9 लोगों को ही ढूंढ पाई है। बाकी बचे 12 लोग पुलिस के लिए आप किसी एक बड़ी चुनौती साबित हो रहे हैं। हम आपको बता दें कि बमीठा थाना इलाके में अब तक करीब 40 लोग 5 माह में गुमशुदा हो चुके हैं जिनमें से 21 लोग बागेश्वर धाम से लापता हुए हैं।
वही लापता हो रहे लोगों को लेकर श्रद्धालुओं ने बताया कि यहां लाखों लोगों का मूवमेंट होता है पर प्रशासनिक कुछ खास व्यवस्था ना होने के कारण यहां से अब तक करीब 30 से 35 लोग लापता हो चुके हैं अगर समय रहते यहां व्यवस्था नहीं बढ़ाई गई तो ऐसे कई लोग और भी लापता होंगे वही श्रद्धालुओं ने बताया कि मध्यप्रदेश में ही स्थित बीना जिले से दो महिलाएं लापता हुई थी जिनका अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है बरहाल पुलिस ने उनको ढूंढने में लगी हुई है जगह-जगह गुमसुदगी के पोस्टर भी लगवाए गये है रेलवे स्टेशन ,बस स्टैंड,सहित सार्वजनिक स्थानों में भी फ़ोटो चस्पा किये गये गये है फिलहाल बागेश्वर धाम से लापता हुये लोगो को लेकर पुलिस अधीक्षक से बात की तो उन्होंने बताया कि 21 लोगो मे से 9 लोगो को बरामद कर लिया है अधिकत्तर लोग मानसिक रूप से कमजोर है उनके स्वास्थ्य को लेकर बागेश्वर धाम पहुंचते हैं मगर भीड़भाड़ और लापरवाही की वजह से यह लोग वहां से लापता हो जाते हैं लापता लोगों को ढूंढने को लेकर पुलिस एक बड़ी चुनौती बता रही है क्योंकि यह एक जिले से नहीं बल्कि देश के कोने-कोने के लोग हैं जो बागेश्वर धाम से लापता हुए हैं। पुलिस कार्रवाई के लिए भी पूछताछ में बहुत ज्यादा समय लग जाता है बहरहाल गुम हुए लोगों की फोटो भी चस्पा की गई है और अन्य थानों को भी इन लोगों की जानकारी भेजी गई है। गुमशुदा व्यक्ति को ढूंढना एक बड़ी जटिल कार्रवाई होती है चौकी थाने में मामला पंजीबद्ध हुआ है तो निश्चित तौर पर ढूंढना तो पड़ेगा। आने वाले समय में भी समस्याएं बढ़ेंगी और साथ ही पुलिस अधीक्षक ने लोगों से अपील की है कि मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति को अकेले ना छोड़े और कुछ मंदिर के लोगों को भी जागरूक किया गया है आने वाले समय में गुम हो रहे लोगों की संख्या में कमी आएगी।
बागेश्वर धाम से अब तक कई लोग लापता हो चुके हैं। मगर पुलिस के रिकॉर्ड में सिर्फ 21 लोग ही दर्ज हैं और अगर देखा जाए कि संबंधित थाने में 4 माह 10 दिन में अब तक करीब 40 मामले गुमशुदगी के दर्ज हुए हैं जिनमें से पुलिस प्रशासन 21 लोग बागेश्वर धाम से लापता होना बता रहे हैं। गुमसुदा लोगो को ढूढ़ना पुलिस के लिये बड़ी चुनौती मगर अब देखने को यह है कि पुलिस इन लोगो को ढूढ़ पाती हैं या ये गुमशुदा फाइलें धूल खायेंगी.