शिकायतकर्ता के द्वारा शिकायत की गई थी कि मुआवजा प्राप्त करने के लिए जमीन की खरीद और बिक्री और कमर्शियल डायवर्सन के साथ-साथ इसमें अन्य विषयों पर भी कूट रचना की गई थी.
आपको बता दें कि अनावेदक विनोद आहूजा एवं अन्य व्दारा ग्राम लालपुर तहसील बांधवगढ में राष्ट्रीय राजमार्ग 78 मे मुआवजा प्राप्त करने के उपरांत जमीन के खरीद एवं बिक्री व कमर्शियल डायवर्सन एवं अन्य कूटरचना की विभिन्न शिकायत जिला प्रशासन को की गई थी.
हालांकि इसके पहले भी कई ऐसी जांच हो चुकी हैं जो अपने परिणाम तक नहीं पहुंच पाई हैं. लेकिन जिले के संवेदनशील कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन सहित एडीएम शिव गोविंद मरकाम पर शिकायतकर्ता सहित नगर वासियों का ऐसा विश्वास है कि इस बार जांच अपने अंतिम निष्कर्ष तक जरूर पहुंचेगी और ऐसे तमामकूट रचना के तार एक-एक करके खुलते हुए सबके सामने यह जांच टीम रखेगी
मिली जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता के द्वारा की गई है,अगर इस मामले में चरणबद्ध तरीके से प्रॉपर जांच हो जाए तो कई तत्कालीन जिम्मेदार अधिकारी भी इसकी जद में आ जाएंगे.बताया जाता है की प्रथम नोटिफिकेशन के पहले जमीन किसी और के नाम थी और दूसरे और तीसरे नोटिफिकेशन में जमीन किसी और के नाम हो गई.मामला यहीं नहीं रुकता उक्त जमीन का डायवर्सन करने के बाद जमीन को परिजनों के नाम पर भी कर दिया गया.ताकि एक मुआवजे की राशि बढाई जा सके.हालांकि मामले में कितनी सच्चाई है यह तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा.