MP News : रायसेन जिले के बेगमगंज में ईमानदारी का एक मामला सामने आया जहां रात्रि के समय अमरदीप बस में यात्रा कर रहे दो लोगों का बैग मिलता- जुलता होने के कारण क्लीनर ने कपड़े और जेवर रखे हुए वाला बैग अन्य यात्री को दे दिया।
जब यात्री ने बैग घर ले जाकर देखा तो उसे लगा कि यह बैग उसका नहीं है उसे खोल कर देखा तो उसमें कपड़ों के साथ सोने चांदी के जेवर भी रखे हुए थे। तब कमल परदेसी नामक व्यक्ति ने तत्काल अमरदीप के सागर कार्यालय को फोन पर सूचना दे दी। कार्यालय से तत्काल बस कंडक्टर के लिए जानकारी दी गई तब पता चला कि वह इंदौर से सागर जा रहे नीलेश नामदेव का बैग है।
सुबह नीलेश नामदेव बेगमगंज आए तब कमल परदेसी द्वारा थाने में पहुंचकर नीलेश नामदेव का बैग मय जेवर के उन्हें वापस कर दिया और नीलेश नामदेव के पास पहुंचा कमल परदेसी का बैग उन्हें लौटा दिया गया कमल परदेसी की इस ईमानदारी की चर्चा चहूं और हो रही है की लगभग 7 लाख के जेवर देख कर भी उनका ईमान डामाडोल नहीं हुआ और उन्होंने ईमानदारी का परिचय दिया।
बैग में कपड़ों के अलावा सोने के चार कंगन, अंगूठी दो, झुमकी दो नग, दो मंगलसूत्र, लेडीज अंगूठी दो, नथ दो अदद, दो जोड़ चांदी के हार, रखे हुए थे जो वापस किए गए। आपको बता दें कि कमल परदेसी पार्षद गुलाब रजक के चाचा हैं।