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Shahdol Viral Bill की जाँच के बाद प्रभारी प्राचार्य निलबिंत DEO शहडोल की भूमिका भी संदिग्ध

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Shahdol Viral Bill की जाँच के बाद प्रभारी प्राचार्य निलबिंत DEO शहडोल की भूमिका भी संदिग्ध
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Viral Bill Shahdol Issue : जिले में जब भ्रष्टाचार की बात आती है। तो जिले के अधिकारियों और तमाम लोगों के बीच में पंचायत केंद्र बिंदु पर रहती हैं। कभी कोई यह सोचता ही नहीं की व्हाइट कालर्ड जॉब करने वाले शिक्षक ऐसे काले कारनामों को अंजाम देंगे। लेकिन जब शहडोल जिले का बिल वायरल हुआ। तब लोगों ने देखा कि कैसे स्कूल के प्रिंसिपल की मिली भगत से छोटे से काम के लिए बड़ा बिल कैश करवा लिया गया।

एक बार फिर से सोशल मीडिया की ताकत सामने आई है। और वायरल बिल के आधार पर सीएम मध्यप्रदेश के संज्ञान लेने के बाद स्कूल शिक्षा मंत्री ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मध्य प्रदेश के शिक्षा मंत्री ने उक्त मामले की जानकारी ट्वीट करके दी है।शहडोल के ब्यौहारी में सकंदी हाई स्कूल के निर्माण कार्यों में आई शिकायत उपरांत प्राथमिक जाँच में दोषी पाए जाने पर शाला के प्रभारी प्राचार्य को तत्काल निलंबित किया गया है।

जिला शिक्षा अधिकारी भी दोषी

बड़े आश्चर्य की बात यह है कि इस फर्जी बिल मामले में विद्यालय के प्राचार्य को निलंबित तो कर दिया गया है। लेकिन हुक्मरानों मैं यह नहीं देखा कि इस बिल को सैंक्शन करने के लिए इसमें जिला शिक्षा अधिकारी की पद मुद्रा और हस्ताक्षर भी मौजूद हैं। क्या इतनी बड़ी राशि एक स्कूल का प्रिंसिपल अकेले डकार सकते हैं। इस मामले में कहीं ना कहीं एक सुनियोजित सिंडिकेट है। जिसमें जिला शिक्षा अधिकारी की भूमिका भी संदिग्ध है। यदि इस बिल के आधार पर अन्य विद्यालयों में हुए रंग रोगन के बिल की जांच करवा ली जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। हालांकि उक्त मामले में कलेक्टर शहडोल नजर बनाए हुए हैं। सूत्र बता रहे हैं कि मामले में अभी और भी जिम्मेदार अधिकारी के ऊपर कारवाई हो सकती है।

क्या था पूरा मामला

दरअसल शहडोल जिले के व्योहारी क्षेत्र अंतर्गत ग्राम निपानिया शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय और सकंदी स्थित हाई स्कूल में सत्र प्रारंभ होने के पहले डेंटिंग पेंटिंग के नाम पर लाखों का बिल कैश करवा लिया गया था। हालांकि यह कोई पहला मामला नहीं है। नहीं इसमें कोई आश्चर्यजनक बात है। मध्य प्रदेश की एक-एक पंचायत में यह काला कारनामा पहले से ही चल रहा है। लेकिन स्कूल का बिल जो वायरल हुआ तो इसमें कड़ी कार्रवाई हो गई।

देखिए बिल की कॉपी

स्कूल में डेंटिंग पेंटिंग के नाम पर जो बिल वायरल हुआ है उसमें आप देख सकते हैं कि शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय निपानिया में 2 लाख 31 हजार 650 रुपए का बिल पास करवा लिया गया है।

वही सकंदी की हाई स्कूल में ऐसे ही काम के लिए 1 लाख 6 हजार 984 रुपए का बिल पास हुआ है।

Shahdol Viral Bill की जाँच के बाद प्रभारी प्राचार्य निलबिंत DEO शहडोल की भूमिका भी संदिग्ध
Shahdol Viral Bill Issue
Shahdol Viral Bill की जाँच के बाद प्रभारी प्राचार्य निलबिंत DEO शहडोल की भूमिका भी संदिग्ध
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शिक्षा मंत्री ने किया ट्वीट

शहडोल के ब्यौहारी में सकंदी हाई स्कूल के निर्माण कार्यों में आई शिकायत उपरांत प्राथमिक जाँच में दोषी पाए जाने पर शाला के प्रभारी प्राचार्य को तत्काल निलंबित किया गया है।

विभाग ऐसे किसी भी मामले में दोषियों पर सख्त कार्रवाई हेतु प्रतिबद्ध है।शहडोल जिले के ब्यौहारी के सकंदी सरकारी हाई स्कूल में मरम्मत के दौरान अनियमितता का मामला मेरे संज्ञान में आया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव और आयुक्त लोक शिक्षण को प्रकरण की तत्काल जाँच करने के निर्देश दिये हैं..साथ ही मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिए हैं।

माननीय मुख्यमंत्री @DrMohanYadav51 जी की सुशासन वाली सरकार में किसी भी तरह की अनियमितता या गड़बड़ी को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।

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Shahdol Viral Bill शहडोल
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संजय विश्वकर्मा खबरीलाल न्यूज़ पोर्टल हिंदी में कंटेंट राइटर हैं। वे स्टॉक मार्केट,टेलीकॉम, बैंकिंग,इन्सुरेंस, पर्सनल फाइनेंस,सहित वाइल्ड लाइफ से जुड़ी खबरें लिखते हैं।संजय को डिजिटल जर्नलिज्म में 8 वर्ष का अनुभव है।आप संजय से 09425184353 पर सम्पर्क कर सकते हैं।
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