विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाईगर रिज़र्व के कोर ज़ोन में बसे हुए गावों में बाघ का आतंक आए दिन देखा जाता है। रात की सुनसान गलियों में गाँव की पगडंडियों में बाघ की आमद रूह कपा देने वाली होती है। जंगली वन्यजीव से इतर कैटल्स का शिकार करना बाघ के लिए बड़ा आसान होता है। यही कारण है कि गाँव के आसपास बाघ की आमद बनी रहती है।
पूरा मामला बांधवगढ़ टाईगर रिज़र्व के खितौली कोर ज़ोन में बसे गाँव गाढावाह का है। जहाँ एक किसान आषाढ़ माह लगने से पहले अपने दो नए बैल को खेत की जुताई करने के पूर्व उन्हें एक ही रस्सी में बांधकर जुताई की प्रैक्टिस करवा रहा था। शायद बैलों को किसान का यह काम पसंद नही आया और दोनों ने एक साथ खेत से भागने का फैसला कर लिया। दोनों बैल रस्सी में बंधे बंधे ही जंगल की ओर भाग खड़े हुए।लेकिन उन्हें क्या पता था कि उनका यह कदम उनके लिए जानलेवा शाबित हो जाएगा।
दरअसल एक रस्सी में बंधे हुए दोनों बैलों का सामना डोमिनेट टाईगर D1 से हो गया। एकसाथ दो शिकार को चलकर आता देख बाग D1 ने बिना मौका गवाएं दोनों बैलो को एक-एककर मौत के घाट उतार दिया।
इस पूरे घटनाक्रम को टाईगर साइटिंग के लिए खितौली कोर ज़ोन पहुँचे पर्यटकों ने अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया।
बीते 3 दिनों से D1 डटा है मौके पर
एक साथ दो दो शिकार 15 जून की सुबह करने के बाद बाघ D1 मौके पर ही डटा हुआ है। वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगले 10 दिनों तक के लिए बाग की मौजूदगी उक्त स्थल पर बनी रहेगी। घटना की सूचना मिलने के बाद में रंगे ऑफीसर सहित वन हमला मौके पर पहुंचा था। वही सूत्र बताते हैं कि बारिश का सीजन शुरू होने से पहले ही किसान के दो बैलों की मौत के कारण किसान का रो-रो करके बुरा हाल है।