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आज CIL और BHEL के बीच हुई बड़ी डील थर्सडे को इन पर बना कर रखें नजर

Mahartana PSU Stock : बुधवार को मार्केट बंद होने के साथ ही एक बड़ी खबर सामने आई है आपको बता दें कि कल इंडिया लिमिटेड और भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड के बीच में एक ज्वाइंट वेंचर साइन करने की खबर सामने आई है।

Maharatna PSU Stock : देश के अंदर पब्लिक सेक्टर की दो दिग्गज महारत्न कंपनियों के बीच में जॉइंट वेंचर की खबर सामने आई है। आपको बता दें कि कोल इंडिया लिमिटेड और भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड ने बुधवार को मार्केट क्लोज होने के बाद में एक ज्वाइंट वेंचर पर हस्ताक्षर किए हैं। मिली जानकारी के अनुसार इस ज्वाइंट वेंचर के जरिए योजना कोयल जैसी कारण टेक्नोलॉजी रूट के माध्यम से अमोनियम नाइट्रेट प्लांट को स्थापित करना है। मिली जानकारी के अनुसार महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड के उड़ीसा के लखनपुर क्षेत्र में शुरू होने वाला यह प्लांट शुरुआती तौर पर प्रतिदिन 2000 टन अमोनियम नाइट्रेट का प्रोडक्शन करेगा। बात अगर एनुअल प्रोडक्शन ही करें तो 6.60 तन का अनुमान लगाया गया है। इसके लिए बताया जा रहा है कि लगभग 1.3 मिलियन टन कोयले की आवश्यकता पड़ेगी। इस आवश्यकता की पूर्ति कोल इंडिया लिमिटेड के द्वारा की जाएगी।

कोयला मंत्रालय ने कहा, “दो कॉर्पोरेट दिग्गजों का तालमेल और साझेदारी राष्ट्रीय कोयला गैसीकरण मिशन की दिशा में एक बड़ा कदम है, जो कोयले के रासायनिक गुणों के उपयोग की सुविधा प्रदान करता है।”

अमोनियम नाइट्रेट का उपयोग कहाँ किया जाता है?
अमोनियम नाइट्रेट थोक विस्फोटकों के उत्पादन में एक प्रमुख घटक है, जिसका सीआईएल अपने ओसी खनन कार्यों में बड़े पैमाने पर उपयोग करता है और कंपनी के लिए कोयला उत्पादन का एक प्रमुख स्रोत है। आगामी संयंत्र कच्चे माल को सुरक्षित करने, अमोनियम नाइट्रेट के आयात पर निर्भरता कम करने और आत्मनिर्भर भारत अभियान को बढ़ावा देने में मदद करेगा।

स्टॉक पर रहेगी नजर

कोयला मंत्रालय ने कहा, “दो कॉर्पोरेट दिग्गजों का तालमेल और साझेदारी राष्ट्रीय कोयला गैसीकरण मिशन की दिशा में एक बड़ा कदम है, जो कोयले के रासायनिक गुणों के उपयोग की सुविधा प्रदान करता है।”

अमोनियम नाइट्रेट का उपयोग कहाँ किया जाता है?
अमोनियम नाइट्रेट थोक विस्फोटकों के उत्पादन में एक प्रमुख घटक है, जिसका सीआईएल अपने ओसी खनन कार्यों में बड़े पैमाने पर उपयोग करता है और कंपनी के लिए कोयला उत्पादन का एक प्रमुख स्रोत है। आगामी संयंत्र कच्चे माल को सुरक्षित करने, अमोनियम नाइट्रेट के आयात पर निर्भरता कम करने और आत्मनिर्भर भारत अभियान को बढ़ावा देने में मदद करेगा।

स्टॉक पर रहेगी नजर. BHEL की बात करें तो इस महारत्न कंपनी ने एक साल में 200 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है. कंपनी का शेयर फिलहाल 100 रुपये है. 223 पर कारोबार हो रहा है. वहीं, कोल इंडिया ने भी पिछले एक साल में 98 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है. यह शेयर फिलहाल 434 रुपये पर कारोबार कर रहा है.

कोयला सचिव अमृत लाल मीना ने कहा कि यह परियोजना सीआईएल और बीएचईएल की प्रतिबद्धता के साथ एक रोल मॉडल होगी। उन्होंने कहा कि कोयला मंत्रालय के लिए गैसीकरण एक प्रमुख प्राथमिकता वाला क्षेत्र है। अगले दो-तीन साल में पर्याप्त कोयला होगा.

सीआईएल के निदेशक (व्यवसाय विकास) देबाशीष नंदा और बीएचईएल के निदेशक (इंजीनियरिंग, आर एंड डी) जय प्रकाश श्रीवास्तव ने संबंधित प्रमोटर कंपनियों की ओर से संयुक्त उद्यम समझौते पर हस्ताक्षर किए। बिजली क्षेत्र की जरूरतों को पूरा करने के बाद, सीआईएल भविष्य में कोयला गैसीकरण जैसे पर्यावरण-अनुकूल उद्यमों के लिए वैकल्पिक कोयले का उपयोग करेगा। प्रोजेक्ट्स एंड डेवलपमेंट इंडिया लिमिटेड को प्लांट के लिए विस्तृत व्यवहार्यता रिपोर्ट तैयार करने का काम सौंपा गया है।

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