पैकेट का आटा खाकर कहीं आप इन गंभीर बीमारियों को तो नहीं कर रहे हैं आमंत्रित
Packaged Atta Side Effects : समय की कमी और उलझन से बचने के लिए पारंपरिक गेहूं का आटा पिसवा कर न खाकर हम पैकेट बंद आटा खाने के आdहो चुके हैं लंबे समय तक पैकेट वाला आटा खाने से गंभीर बीमारी जैसे मोटापा और डायबिटीज होने की संभावना बढ़ जाती है। आईए जानते हैं कैसे मिलेगा इससे निजात
रोजमर्रा की भाग दौड़ वाले जीवन में आमतौर पर लोगों ने उन तमाम चीजों को छोड़ दिया है जो एक लंबे प्रक्रिया से होकर गुजरती हैं। जैसे यह एक अब आमचलन हो चुका है कि पैकेट वाला आटा हर घर में उपयोग में आने लगा है।चाहे इसे समय की कमी मान ले या जागरूकता का अभाव। लेकिन आपको जानकर बड़ी हैरानी होगी कि पैकेट वाला आटा अब आपके स्वास्थ्य पर गंभीर असर डालता है। मतलब आप पैसा देकर की बीमारियों को खरीद रहे हैं अगर ऐसा कहें तो यह कमतर नहीं होगा। जैसा कि आपको पता है कि पैकेट बंद आते में कई ऐसे प्रिजर्वेटिव्स मिलाए जाते हैं जिससे आटा लंबे समय तक खराब ना हो। साथी इसे काफी बारीक पीस जाता है जो एन के सारे पोषक तत्वों को यूं ही खत्म कर देता है। और हम पैसा देकर के बीमारी बढ़ाने वाले पैकेट बंद आटा को बड़े चावल से उसे करते हैं और बनाकर रोटियां खाते हैं।
- बेहद हानिकारक है पैकेट बंद आटा
अक्सर आपने देखा होगा कि पैकेट बंद आता की रोटियां जल्दी बस्ती नहीं है इसका कारण यह होता है कि इसे काफी बारीक पीस जाता है जिससे इसके पूरे पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं और आटे का फाइबर शून्य हो जाता है। इसके साथ ही आते को ज्यादा सफेद बनाने के लिए इसमें घटिया किस्म के चावल को भी मिलाया जाता है। जिससे यह आटा आपके द्वारा पिसावा गए आते से ज्यादा सफेद दिखाई देता है। और कहीं ऐसे केमिकल्स भी मिले जाते हैं जिससे आता लंबे समय तक पैकेट के अंदर बंद होने के बाद भी खराब ना हो। नतीजा पैकेट बंद आटा खाने से आप डायबिटीज पाचन संबंधी बीमारियों के साथ-साथ मोटापे की जड़ में आ जाते हैं। तो यदि आप अपने स्वास्थ्य को लेकर के काफी जागरूक हैं तो आज ही पैकेट बंद आता को बदल दीजिए।
- ऐसा आटा बस्वास्थ्य के लिए लाभदायक
अगर आप स्वस्थ रहना चाहते हैं तो आपको मल्टीग्रेन आटे का इस्तेमाल करना चाहिए इसके लिए आपको पैकेट बंद आटा को छोड़कर के आसपास कोई चक्की खोज ले और उसमें आप आटा पिसवाकर खा सकते हैं। एक स्टडी के मुताबिक चक्की में पीछे आते में चोकर की मात्रा ज्यादा होने कारण यह पाचन और पेट दोनों के लिए शानदार होता है। साथ इसका फाइबर भी चक्की में पीसने से खत्म नहीं होता और डायबिटीज को भी कंट्रोल करने में आपको मदद मिलती है। अगर आप मल्टीग्रेन आटा जैसे मक्का ज्वार राजी सोयाबीन और चना मिक्स करके एक साथ पिसवा लेते हैं तो यह आपके स्वास्थ्य के लिए बिहारी लाभदायक होता है।