Umaria News :जल संकट पूरे विश्व में एक गंभीर समस्या के रूप में उभर रहा है। नीति आयोग की एक रिपोर्ट के अनुसार, यदि भारत में जल संरक्षण पर जोर नहीं दिया गया, तो वह दिन दूर नहीं भूजल संकट वर्षों में और गहरा सकता है। इस संकट से निपटने के लिए हमें तीन स्तरों पर विचार करने की आवश्यकता है – पहला, हमने अब तक पानी का उपयोग कैसे किया है? दूसरे भविष्य में पानी का संरक्षण कैसे करें? और जल संरक्षण के लिए क्या बेहतर उपाय किए जाने चाहिए? पूरी स्थिति पर नजर डालें तो एक तस्वीर उभर कर आती है कि अभी तक हमने पानी का अनुशासित तरीके से उपयोग नहीं किया और जरूरत से ज्यादा पानी बर्बाद कर रहे थे. ऐसे में हमें जल संरक्षण के लिए कई कदम उठाने चाहिए लेकिन कुछ वर्षों से लोगों में जल संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ी है। और वह अपनी जगह नए-नए प्रयोग कर जल संरक्षण का काम कर रहे हैं.मध्य प्रदेश के उमरिया जिले के एक गांव में बोरी बांध का जलस्तर बढ़ाने के लिए भी प्रयोग किया जा रहा है.
बोरी बंधान कर जल संरक्षण का दिया संदेश
जल संरक्षण एवं संवर्धन मानव जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस कार्य में सरकार के साथ साथ समाज का भी सहयोग अपेक्षित है। जिले में युवाओ की टीम ने टीम लीडर हिमांषु तिवारी के नेतृत्व में पाली जनपद पंचायत के ग्राम मुदरिया में पटपरिहा टोला के नाले में ग्रामीणों के सहयोग से बोरी बंधान का कार्य करके सामाजिक दायित्वों के निर्वहन हेतु अहम भूमिका निभाई।
खेती के उपयोग में आएगा पानी :
बोरी बंधान हो जाने से जहां ग्रीष्म काल में ग्रामवासियों के निस्तार एवं वन्य जीवों के पीने के लिए पानी की सुविधा उपलब्ध होगी वहीं बोरी बंधान के आस पास के किसानो के खेतों में सिंचाई की सुविधा भी उपलब्ध होगी। किसान सब्जी भाजी का उत्पादन भी कर सकेगे। नाले मे बहते जल को संरक्षित करने में युवा टीम ने सराहनीय कार्य किया है। इस कार्य में ज्योति विश्व कर्मा, खुशी सेन, राहुल सिंह, लक्ष्मी सिंह, मुकेश सिंह, सुनीता सिंह, कैलसिया बाई सहित अन्य ग्रामीणों की अहम भूमिका रही है।