कोलकाता कपड़ा व्यवसायियों को लेकर उमरिया के व्यापारी संघ आमने सामने विधायक ने कही ये बड़ी बात
जिला मुख्यालय उमरिया में आज कुछ व्यापारियों के द्वारा कोलकाता से आए हुए व्यापारियों को नगर पालिका के द्वारा एनओसी देने का विरोध किया गया उन्होंने दलील दी कि इन व्यापारियों के कारण हमारा व्यापार चौपट हो जाता है। उन्होंने मांग की की इन व्यापारियों को नगर के अंदर व्यापार करने की अनुमति नहीं दी जाए।
अपने ज्ञापन में उन्होंने लिखा है कि
वही उमरिया चेंबर ऑफ कॉमर्स के जिला अध्यक्ष रतन खंडेलवाल ने प्रश्न की विज्ञप्ति जारी करते हुए कोलकाता से आए हुए व्यापारियों के पक्ष में एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए उन्होंने लिखा है-
वैसे कहां जाए तो प्रतिस्पर्धा एक प्रतिद्वंदिता है, जिसमें दो या दो से अधिक पक्ष एक समान लक्ष्य के लिए आपस में प्रतिद्वंदिता करते हैं। इसमें एक पक्ष का नफा तो दूसरे का नुकसान होता है। लेकिन स्वस्थ प्रतिस्पर्धा से एक बड़े वर्ग का लाभ होता है वह वर्ग है ग्राहक। ग्रामीण क्षेत्र से उमरिया आने वाले या फिर मध्यम वर्गीय परिवार चार दुकानों में दाम की पता करने के बाद ही कुछ खरीदने का मन बना पाते हैं। उन्हें जहां कम दाम में कपड़े या सामान मिलते हैं वे उन्ही दुकानों में जाना पसंद करते हैं। ऐसे में अगर नगर में व्यापार चाहे बाहर का व्यापारी करें या फिर स्थानीय व्यक्ति व्यापार करें इससे स्थानीय उपभोक्ता को कोई फर्क नहीं पड़ता है।
वहीं उक्त मामले में जब बांधवगढ़ विधानसभा क्षेत्र के युवा विधायक शिवनारायण सिंह ने उक्त मामले में कहा की क्षेत्र के ग्रामीणों को यदि कम पैसे में त्योहारों के समय कपड़े उपलब्ध हो पा रहे हैं। तो ऐसे व्यापारियों को नगर में व्यापार करने की मनाही नहीं होनी चाहिए। स्वस्थ्य व्यापारिक प्रतिस्पर्धा के साथ में सभी व्यापारियों को व्यापार करना चाहिए जिससे की आम जनता का लाभ हो सके। जहां व्यापारिक प्रतिस्पर्धा बढ़ती है वहां व्यवसाय भी बढ़ता है।