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उमरिया SP रहे सत्येन्द्र शुक्ला को मिला राष्ट्रपति अवार्ड जानिए कौन हैं सत्येन्द्र शुक्ला
भोपाल के लाल परेड मैदान में 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में पुलिसिंग के विभिन्न आयामों में अपना सर्वोत्कृष्ट योगदान देने वाले राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए चयनित पुलिस के अधिकारियों व कर्मचारियों को सम्मानित किया तथा पुलिस, जेल, नगर सेना एवं नागरिक सुरक्षा के पदकों से अलंकृत पुलिसकर्मियों व परेड के विजयी प्लाटून को पुरस्कृत कर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। इसी दौरान आईपीएस सत्येंद्र शुक्ला को सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति अवार्ड दिया गया.
उमरिया SP रहे सत्येन्द्र शुक्ला को मिला राष्ट्रपति अवार्ड जानिए कौन हैं सत्येन्द्र शुक्ला
जानिए कौन हैं आईपीएस सत्येन्द्र शुक्ला
- सत्येंद्र शुक्ला 1995 में डीएसपी के पद पर चयनित होने के बाद वे 1996-98 में मकरोनिया स्थित 16 वीं बटालियन में सहायक सेनानी रहे।
- यहां से ट्रांसफर होकर मैहर जिला सतना के एसडीओपी बने। प्रमोशन होने पर वह जबलपुर, इंदौर के एडिशनल एसपी समेत अन्य पदों पर रहे।
- रीवा जिले के निवासी सत्येंद्र कुमार पेशे से सिविल इंजीनियर हैं। लेकिन पुलिस सेवा में जाने के जुनून के चलते उन्होंने 1995 में पीएससी पास की। करीब 20 साल की सेवाओं के बाद शुक्ला को 2016 में ”आईपीएस अवार्ड* (बैच 2009)हुआ।
- श्री शुक्ला की उस समय देश भर के मीडिया में चर्चा हुई जब उन्होंने उमरिया जिले के बांधवगढ़ उप-चुनाव के दौरान राज्य सरकार के तत्कालीन मंत्री एवं उमरिया जिले के प्रभारी मंत्री रहे ओम प्रकाश धुर्वे को चुनाव आचार संहिता के चलते एक होटल से गिरफ्तार कर जिले की सीमा से बाहर कर दिया था।*
- सत्येंद्र शुक्ला उज्जैन और खंडवा एसपी रहने के बाद अब भोपाल उप पुलिस महानिरीक्षक प्रशासन के पद पर पदस्थ है.