उमरिया जिले का पाली नगर को उमरिया जिले की धार्मिक नगरी की मान्यता मिली हुई है।चैत्र नवरात्र हो या शारदेय नवरात्र इन दिनों सीजन में यहां देश के कोने-कोने से माता बिरासनी के भक्त पहुंचते हैं। इसके साथ ही पूरे साल भर नेता हो या अभिनेता जो भी इस क्षेत्र से गुजरता है माता बिरासनी के दर्शन किए बिना नहीं आगे बढ़ता।
ऐसे में स्थानीय नगरी प्रशासन का दायित्व बढ़ जाता है कि पाली नगर साफ सुथरा और स्वच्छ दिखाई दे। लेकिन सफाई के नाम पर महज शहरी क्षेत्र के कुछ इलाकों में सफाई के नाम पर नूरा कुश्ती करने वाला स्थानीय नगरीय प्रशासन शहर के आसपास के वार्डों को सफाई के मामले में शायद अपनी लिस्ट से बाहर कर चुका है। यही कारण है कि बीच शहर में वार्ड नंबर 5 और वार्ड क्रमांक 9 के बीच बीच शहर में गोवंश का शव पड़ा होने की सूचना स्थानीय नगरी प्रशासन को नहीं मिली।
उक्त मामले का वीडियो जब सोशल मीडिया में स्थानीय नागरिक के द्वारा वायरल किया गया। तब जाकर गोवंश के शव को मौके से उठाया गया। गोवंश के नाम पर राजनीति करने वाले भी चुप्पी साधे बैठे हुए हैं। अगर एक जिम्मेदार नागरिक के द्वारा इस मामले का लाइव सोशल मीडिया ने न चलाया गया होता तो स्ट्रीट डॉग धीरे -धीरे इस गौवंश के शव को पूरा चट कर जाते।तस्वीर विचलित कर देने वाली है यही कारण है कि हम उन तस्वीरों को आप तक नहीं पहुंचा रहे हैं.
यही नहीं शहर के कई ऐसे वार्ड हैं जिन्हें नगरीय क्षेत्र में शामिल तो कर लिया गया है लेकिन स्वच्छता के नाम पर वार्डों में आज भी स्थिति जस की तस बनी हुई है. कचरा एकत्रीकरण करने के नाम पर डोर टू डोर दौड़ेये जाने वाले वाहन जितना कचरा इकट्ठा कर रहे हैं उससे कहीं ज्यादा ईंधन पी रहे हैं.यह ईंधन कहां जाता है नगर में इसकी चर्चा भी गाहे बगाहे खूब हो रही है.अगर उक्त मामले की जानकारी नगर में सार्वजनिक हो तो कचरा गाड़ियों को नगर में दौड़ने के नाम पर जो भारी भ्रष्टाचार पर्दे के पीछे हो रहा है जब यह सामने आएगा तो नगर के नागरिक दांतों तले उंगलियां दबा लेंगे.