सहारनपुर के बूचड़खाने ले जाते हुए पशु तस्करों से 44 नग भैस जप्त उमरिया पुलिस की बड़ी कार्यवाही
मुखबिर की सूचना पर पशु तस्करों को रोककर पाली पुलिस ने जीरो ढाबा और पाली बस स्टैंड के बीच की कार्यवाही
यूपी की योगी सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में सभी अवैध बूचड़खानों को बंद करने की बात कही थी। यूपी में गाय और बैल को काटने पर पाबंदी है लेकिन प्रदेश में भैस को काटने पर पाबंदी नहीं है। यही कारण है कि एमपी और छत्तीसगढ़ से भारी संख्या में भैसों की खेप चोरी छिपे तरीके से एमपी के रास्ते उत्तरप्रदेश पहुँचती है। बात अगर उमरिया की करें तो ज़िले में कई ऐसे तथाकथित डेयरी फॉर्म मौजूद हैं जहाँ रात होते ही यह काला कारनामा को अंजाम दिया जाता है। पुलिस अगर गहराई से तफ्तीश करे तो सफेदी की आड़ में काला काम करने वालो के नाम सामने आ सकते है।
लेकिन समय समय पर उमरिया पुलिस यूपी के बूचड़खानों तक पहुँचने के पूर्व इस अवैध गोरखधंधे के खिलाफ कार्यवाही करती चली आ रही है. ईसी क्रम में 30 नवंबर और 1 दिसंबर की दरमियानी रात पाली पुलिस को सूचना मिली कि दो ट्रैकों में भारी मात्रा में चौपायों को भरकर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर ले जाया जा रहा है। TI मदन लाल मरावी के निर्देशन में पुलिस टीम जिसमे ASI ताराचंद, प्रधान आरक्षक 241 महेश मिश्र,227 महेश साहू,आरक्षक 314 प्रमोद जाटव,प्रधान आरक्षक चालक 235 अजय सिंह परिहार ने दबिस देकर ट्रक क्रमांक CG10DJ9265 और CG28N1840 को जीरो ढाबा और पाली बस स्टैंड के बीच रोककर देखा तो दोनों ट्रकों में 22-22 नग चौपाए पाए गए है. ट्रक की तलाशी दौरान देखा गया तो भैंसों को अंदर ठूंस-ठूंस कर भरा गया था। ट्र सभी चौपायों को नन्द गौशाला कुमुर्दू में शिफ्ट किया गया है.
CG28N1840 के चालक मोहम्मद फिरोज पिता गुलफाम अहमद उम्र 22 वर्ष निवासी मेघ छापर अम्बाला रोड थाना क़ुतुब शेर जिलासहारनपुर और CG10DJ9265 के चालक असबाब पिता मोहम्मद शमीम उम्र 32 वर्ष निवासी सडक दुधली थाना जनकपुरी जिला सहारनपुर उत्तरप्रदेश के खिलाफ प्रथक प्रथक पशुओ के प्रति क्रूरता का निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.