Kamalnath : लोकसभा चुनाव 2024 के पहले मध्य प्रदेश का सियासी चरम है। आज सुबह से ही राजनीतिक गलियारों में खूब सियासी बयानबाजी हो रही है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को लेकर के भाजपा और कांग्रेस के नेता तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। लेकिन मामले में अल सच्चाई यह है कि राज्यसभा जाने वाले नाम में से एक नाम कमलनाथ का भी था लेकिन इस नाम पर जब चर्चा नहीं हुई तो सूत्र बता रहे हैं की कमलनाथ नाराज हो चुके हैं। विधानसभा चुनाव 2023 में मुख्यमंत्री बनने का सपना अभी कमलनाथ का अधूरा रह गया वहीं चुनाव के बाद में पीसीसी चीफ का तमगा भी उनसे दूर चला गया। रही से कसर राज्यसभा की सीट को लेकर हो गई।
किसके हैं कमलनाथ ?
राजनीति के सूत्रों का कहना है कि कमलनाथ ने इस्तीफा तो नहीं दिया है साथी लगातार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उनके संपर्क में है लेकिन राज्यसभा का टिकट नहीं दिए जाने के कारण कमलनाथ कांग्रेस पार्टी से नाराज बताए जा रहे हैं। अभी देर शाम मीडिया से बात करते हुए उन्होंने सीधे तौर पर नहीं नकारा कि वे भाजपा ज्वाइन नहीं करेंगे उन्होंने यही कहा कि आप लोग उत्साहित मत होइए अगर कुछ ऐसा होगा तो सबसे पहले मैं आपको जानकारी दूंगा। कमलनाथ की बयान बाजी को लेकर के तरह -तरह के लगाए जा रहे हैं।
इंदिरा के तीसरे बेटे हैं कमलनाथ
तमाम सियासी बयानों के बीच में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि 16 फरवरी की देर रात मेरी कमलनाथ से बात हुई है वह छिंदवाड़ा में है वह कांग्रेस पार्टी के एक आधार स्तंभ है। 1980 के दौर में इंदिरा गांधी ने कमलनाथ को अपने तीसरा बेटा कहा था आप सोच कैसे सकते हैं कि कमलनाथ कांग्रेस छोड़ सकते हैं।