Highlights
- बच्चियों के स्थानांतरण प्रमाण पत्र मे हिन्दू कि जगह लिख दिया ईसाई
- मध्य प्रदेश बाल आयोग ने लिखा दमोह कलेक्टर को पत्र
- पत्र मे गुड शेफर्ड स्कूल पर कार्यवाही के दिए निर्देश
- दमोह मे नहीं थम रहा धर्मान्तरण का खेल,
- गुड शेफर्ड स्कूल का धर्मांतरण मामला
दमोह जिले में पथरिया के गुड शेफर्ड स्कूल की मान्यता पर खतरा मंडराने लगा है। धर्मातरण की शिकायत के बाद विवादों में आया था जिसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी की और से उप संचालक नन्हे लाल सिंह, थाना प्रभारी रजनी शुक्ला, एमएलबी प्राचार्य सुभाष सराफ, उत्कृष्ट विद्यायल प्राचार्य एस डी खरे व तहसीलदार विकास अग्रवाल स्कूल की जांच करने पहुँचे थे।
जाँच टीम द्वारा स्कूल की मान्यता पर सबाल उठाया गया था कि कैसे स्कूल को मान्यता प्रदान कर दी गई।
स्कूल में कई प्रकार की अनिमितता जाँच के दौरान पाई गई थी जाँच के पथरिया बीआरसी जितेंद्र जैन भी मौजूद थे। जिन्होंने मान्यता सबंधित स्कूल का निरीक्षण किया होगा। मान्यता तो जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा दी जाती हैं लेकिन स्कूल का निरीक्षण बीआरसी द्वारा उसके बाद ही मान्यता मिलती हैं।
खेत मे 10 साल संचालित स्कूल
पथरिया में गुड़ शेफर्ड स्कूल पिछले दस बारह सालों से स्कूल में संचालित हो रहा हैं। खेत मे आने जाने का रास्ता भी उबड़ खाबड़ है और बाउंड्रीवाल नही है जिससे बच्चो को जीव जंतुओं का खतरा बना रहा हैं। बारिश का मौसम चल रहा है तो खतरा बढ़ जाता हैं।
बिना अग्निशमन के चल रहा स्कूल
शिक्षा को व्यापार बना कर गुड़ शेफर्ड के संचालक द्वारा इस स्कूल को सचालित किया जा रहा हैं और सरकारी दिशा निर्देशों को ठेंगा दिखाया जा रहा हैं। विद्यालय किसी भी तरह के मानदण्डो का पालन नहीं कर रहा है। जिससे निरीक्षणकर्ता पर भी सबाल उठते हैं।