Umaria News : प्रदेष सरकार द्वारा 19 दिसंबर से 26 दिसंबर तक सुषासन सप्ताह मनाया जा रहा है। सुषासन सप्ताह के तहत शासन द्वारा जन समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए विषेष पहल करने के निर्देष राज्य सरकार द्वारा दिए गए है। उमरिया जिले में कलेक्टर कृष्ण देव त्रिपाठी द्वारा सुषासन सप्ताह में राजस्व विभाग के माध्यम से लंबित सीमांकन के प्रकरणों के निराकरण हेतु विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है। अभियान के दौरान 5 राजस्व निरीक्षकों के द्वारा सीमांकन की रिपोर्ट तहसील मे जमा नही करने पर शो काज नोटिस जारी की गई है जिसमें करकेली तहसील के राजस्व निरीक्षक विष्वंभर सिंह मरावी, मानपुर तहसील के राजस्व निरीक्षक रामानंद तिवारी, नंदलाल साकेत, लखन सिंह शामिल है। इसी तरह पाली तहसील के राजस्व निरीक्षक विषाल रत्नम द्वारा सीमांकन के प्रकरणों में मौके पर नाप नही करने तथा तहसील में रिपोर्ट जमा नही करनें पर शो काज नोटिस जारी किया गया है।
सुषासन सप्ताह में सीमांकन के प्रकरणों के निराकरण की विषेष पहल
प्रदेष सरकार द्वारा 19 दिसंबर से 26 दिसंबर तक सुषासन सप्ताह मनाया जा रहा है। सुषासन सप्ताह के तहत शासन द्वारा जन समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए विषेष पहल करने के निर्देष राज्य सरकार द्वारा दिए गए है। उमरिया जिले में कलेक्टर कृष्ण देव त्रिपाठी द्वारा सुषासन सप्ताह में राजस्व विभाग के माध्यम से लंबित सीमांकन के प्रकरणों के निराकरण हेतु विषेष अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है।
जिले में सीमांकन के प्रकरण अधिक संख्या में लंबित पाए जाने पर राजस्व अधिकारियों को उमरिया जिले में एक माह तक विषेष अभियान चलाकर सीमांकन के प्रकरणों के निराकरण के निर्देष राजस्व अधिकारियों को दिए है। जिसके परिपालन में 10 दिसंबर से आज दिनांक तक 412 सीमांकन के प्रकरणों में मौके पर माप की गई है एवं 314 प्रकरणों में रिपोर्ट तहसील में जमा की जा चुकी है।
रोकी जा सकती हैं 2 वार्षिक वेतन वृद्धि
आदेश में लिखा है की दिनांक 10-12-2022 से आज दिनांक तक आपके द्वारा कोई भी सीमांकन रिपोर्ट संबंधित पीठासीन अधिकारी न्यायलय में जमा नहीं किया गया है। आपका उपरोक्त कृत्य आपके पदीय कर्तव्यों के प्रति लापरवाही एवं स्वेच्छाचारिता का प्रतीक है जो म०प्र० सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम के तहत कदाचरण की श्रेणी में आता है। अतः तत्संबंध में अपना जवाब पत्र प्राप्ति के 3 दिवस के भीतर प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें आपका जवाव् समय-सीमा में प्राप्त न होने या समाधानकारक न पाये जाने की स्थिति में आपकी आगामी 2 वार्षिक वेतनवृद्धियां असंचयी प्रभाव से रोकने की कार्यवाही की जावेगी।