देश-विदेश

जहरीले सांपो की यहाँ की जाती है खेती सांप का बगीचा देखकर रह जाएंगे हैरान

वैसे तो भारत एक कृषि प्रधान देश है और हर एक व्यक्ति कही न कही खेती किसानी से जुड़ा हुआ है और ऐसा कोई ही होगा जिसमे अपने जीवन में बाग बगीचे न देखे हों,आम नीबू और जामुन हो या सब्जियों का बगीचा एक से बढकर एक बगीचे अपने देखे होंगे,बगीचों में जाने से जो सुकून मिलता है वो शब्दों में बया नही किया जा सकता है,लेकिन ऐसा भी कभी हुआ होगा कि आप बगीचे में गए होंगे और आपको सांप दिख गया होगा उसे देखकर तो आप की हालत पतली जरुर हुई होगी,लेकिन क्या अपने सोचा है की बगीचे में एक सांप देखकर आप इतने डर गए यदि आपको साँपों के बगीचे में ही छोड़ दिया जाए तो क्या होगा…

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आप तो पढकर ही डर गए होंगे लेकिन आपको बता दें कि इस दुनिया में एक ऐसा भी बागीचा है जहा सांप ही सांप है, विएतनाम में Dong Tam Snake Farm का एक फॉर्म है जिसकी स्थापना स्थापना 27 अक्टूबर 1977 में की गई थी,यहाँ पेड़ों पर सिर्फ आपको सांप ही सांप दिखाई देंगे एक दो नही बल्कि इतने की आप गिन भी नही पाएगे.ईसी फॉर्म हाउस में एक सर्पदंश उपचार विभाग नाम का एक डिपार्टमेंट है जिसमे दावा किया जाता है की विषैले से विषैले सापों का एंटी डोज बनाया जा चुका है, विएतनाम  के सैनिको के लिए यहाँ सापों के एंटी डोज बनाने के लिए यहाँ रिसर्च की जाती है,इनका दावा है कि इस डिपार्टमेंट में सर्पदंश के लगभग 1,000 मामले आते हैं, जिनमें से 77% से अधिक जहरीले सांपों द्वारा काटे जाते हैं। सभी मरीज़ ठीक हो गए, अस्पताल में भर्ती होने के दौरान एक भी सैनिक या सिविल की मृत्यु का कोई मामला अब तक नहीं आया।

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Dong Tam Snake Farm

औषधीय पौधों की खेती, अनुसंधान और प्रसंस्करण केंद्र, सैन्य क्षेत्र 9 के लाजिस्टिक  विभाग को डोंग टैम स्नेक फार्म के रूप में भी जाना जाता है,डोंग टैम स्नेक फार्म में आना, सांपों और दुर्लभ जानवरों को देखने के अलावा, यहाँ आने वालो को पौधों और औषधीय पौधों के बारे में अधिक जानने का भी अवसर मिलता है, जो औषधीय जड़ी-बूटियों का एक अत्यंत मूल्यवान स्रोत हैं जिन्हें अनुसंधान उद्देश्यों के लिए संग्रहीत और प्रचारित किया जा रहा है। इस फॉर्म में सैनिकों और लोगों के लिए वैज्ञानिक अनुसंधान और चिकित्सा उपचार केंद्र बनाया गया है,प्रोडक्सन के साथ साथ सालाना देशभर के   स्कूलों से हजारों छात्रों और छात्राओं का दौरा करने और अध्ययन करने और वैज्ञानिक अनुसंधान करने के लिए यहाँ आते है.

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Sanjay Vishwakarma

संजय विश्वकर्मा (Sanjay Vishwakarma) 41 वर्ष के हैं। वर्तमान में देश के जाने माने मीडिया संस्थान में सेवा दे रहे हैं। उनसे servicesinsight@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है। वह वाइल्ड लाइफ,बिजनेस और पॉलिटिकल में लम्बे दशकों का अनुभव रखते हैं। वह उमरिया, मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं। उन्होंने Dr. C.V. Raman University जर्नलिज्म और मास कम्यूनिकेशन में BJMC की डिग्री ली है।

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