ब्लॉक को-ऑर्डिनेटर रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ हुआ गिरफ्तार
समूह संचालन के नाम पर ब्लॉक को-ऑर्डिनेटर मांग रहा था हर माह 3000 रूपये हुआ रंगेहाथ गिरफ्तार
लोकायुक्त कार्यवाही : अपने पद का दुरुपयोग करके निरीक्षण के नाम पर समूह संचालक करने वालों को धमका करके हर मां ₹3000 मांगने वाले आरोपी ब्लॉक कोऑर्डिनेटर को लोकायुक्त पुलिस ने रंगी हाथ दबोच लिया है,पूरा मामला धार जिले के जनपद शिक्षा केंद्र निसरपुर में पदस्थ ब्लॉक को-ऑर्डिनेटर को स्वसहायता समूह संचालन के नाम पर 3000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों लोकायुक्त टीम ने पकड़ा, इंदौर की संभागीय टीम ने शुक्रवार दोपहर के समय कार्यवाही को अंजाम दिया हैं, गत दिनों इंदौर कार्यालय में शिकायत प्राप्त हुई थी, जिसका सत्यापन करने के बाद टीम ने कार्यवाही करते हुए आरोपी बृजमोहन गर्ग को तीन हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। आरोपी के खिलाफ आगे की वैधानिक कार्यवाही अब लोकायुक्त द्वारा की जा रही है।
पीड़िता के पति के द्वारा की गई शिकायत
इंदौर के उप पुलिस अधीक्षक आरडी मिश्रा ने बताया कि दशरथ पिता सीताराम ग्राम रसवा की और से शिकायत प्राप्त हुई थी। आवेदक की पत्नी सीमा बामनिआ द्वारा वर्ष 2017 से ग्राम रसवा विकासखंड निसरपुर में शासकीय प्राथमिक विद्यालय एवं आंगनबाड़ी में गायत्री स्वसहायता समूह के माध्यम से मध्यान भोजन के संचालन का कार्य किया जा रहा है।
निरीक्षण के नाम पर कर रहा था ब्लैकमेल
निसरपुर विकासखंड के विद्यालयों के निरीक्षण का कार्य आरोपी द्वारा किया जाता है। मध्याह्न भोजन हेतु गेहूं एवं चावल शासन द्वारा निःशुल्क प्रदान किया जाता है, इसके अतिरिक्त 12 हजार रुपए की राशि प्रति माह शासन द्वारा तेल, दाल, मसाले, सब्जी, लकड़ी आदि हेतु समूह के खाते में जमा की जाती है।
हर महीने मांग रहे थे ₹3000
आरोपी द्वारा आवेदक को बुलाकर कहा कि तुम्हारी पत्नी स्व सहायता समूह चलाती है। जिसके लिये शासन द्वारा प्रतिमाह राशि प्रदान की जाती है अगर तुम्हारी पत्नी आगे भी समूह का संचालन करना चाहती है। तो मुझे 3 हजार रुपए प्रतिमाह देना होंगे, नहीं दोगे तो मैं समूह द्वारा चलाये जा रहे मध्याह्न भोजन के संबंध में खराब रिपोर्ट भेजकर तुम्हारी पत्नी का समूह से नाम हटवा दूंगा।
सत्यापन उपरांत हुई कार्रवाई
जिसकी शिकायत आवेदक द्वारा लोकायुक्त कार्यालय इंदौर में की गई। जिसका सत्यापन कराया गया, आज निरीक्षक राहुल गजभिये, निरीक्षक राजेश ओहरिया, विजय, आशीष, अनिल, कृष्णा की टीम द्वारा कार्यवाही करते हुए आरोपी बृजमोहन गर्ग को आवेदक से 3000 रू की रिश्वत लेने पर ट्रैप किया गया है। धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम 2018 अन्तर्गत मौके पर कार्यवाही की जा रही है।